मस्जिद निर्माण के कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ को हम क्यों बुलाएंगे?, AIMPLB के सचिव ने कहा
लखनऊ। 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन और आधारशिला रखने का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके बाद एक न्यूज चैनल से बातचीत में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मस्जिद की नींव रखने के कार्यक्रम में उनको न तो कोई बुलाएगा और अगर वो बुलाएंगे भी तो वो नहीं जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर अयोध्या में मस्जिद निर्माण से जुड़े लोगों ने कहा कि मस्जिद की नींव नहीं रखी जाती है इसलिए उनको बुलाने का सवाल ही नहीं उठता।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर न्यूज चैनल के साथ बातचीत में प्रतिक्रिया देते हुए मस्जिद निर्माण के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा बनाए गए इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने कहा कि तमाम उलेमाओं से बातचीत करने पर पता चला है कि इस्मालिक शरीयत में कहीं भी मस्जिद निर्माण से पहले उसकी नींव रखने की रस्म नहीं है। अयोध्या विवाद के मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाए जाने के सवाल पर कहा कि हम मस्जिद से राजनीति नहीं करते हैं, मस्जिदें बहुत सी बनी हुई हैं, कभी भी किसी बड़े राजनेता का उसमें काम नहीं रहता, हम कोई नई शुरुआत नहीं करेंगे। इसी मुद्दे पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव जफरयाब जिलानी ने कहा कि मस्जिद निर्माण के लिए मुसलमान ही आएंगे, जाहिर है कि हम योगी आदित्यनाथ को क्यों बुलाएंगे?
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन और नींव रखने के कार्यक्रम के बाद मस्जिद निर्माण के लिए बनाए गए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने भी काम करना शुरू कर दिया है। अयोध्या में यह फाउंडेशन पांच एकड़ भूमि पर मस्जिद, अस्पताल, रिसर्च सेंटर सहित अन्य चीजें बनाएगा और इसका ऑफिस लखनऊ में बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। फाउंडेशन का पैन कार्ड बन चुका है और इसका बैंक अकाउंट भी खोला जाएगा।
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