लखनऊ: ई-रिक्शा चालक को प्रशासन ने बना दिया 'भू-माफिया', सदमे में परिवार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी जनपद से भूमाफियाओं की लिस्ट मांगी थी। इस लिस्ट में उन दबंग भूमाफियाओं के नाम शामिल किए जाने थे, जिन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा, श्मशान की जमीन पर कब्जा, सार्वजनिक जमीन या तालाब की सरकारी संपत्तियों आवास विकास या एलडीए की जमीनों पर कब्जेदारी होने पर उनके खिलाफ एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स के द्वारा कार्रवाई करते हुए नाम उजागर करने की कवायद की जानी चाहिए थी। जिसमें बड़े भूमाफियाओं के नामों को दरकिनार कर रिक्शा चालक को भूमाफिया बनाया जा रहा है।
रहने को छत तक नहीं
राजधानी लखनऊ के चिनहट क्षेत्र के चकमलौरी निजामपुर में भूमिहीन, भुखमरी का सामना करने वाले मोहम्मद मोहर्रम अली पुत्र स्वर्गीय सुलेमान एक ऐसा बेबस परिवार जिसके पास सोने को बिस्तर नहीं, टीन शेड के नीचे गुजारा होता रहा है। पांच सदस्यों का परिवार बीपीएल राशन कार्ड धारक रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता चला रहा है। अचानक उसके परिवार में उस समय हड़कंप और मातम पसर गया जब मोहल्ले के कुछ लोगों ने बताया कि रिक्शे वाले भैया अखबार में आपका नाम भूमाफिया में छपा हुआ है। मोहल्ले के निवासियों ने अखबार दिखाया और भूमाफिया सूची के बारे में मोहर्रम अली को विस्तार से बताया। परिवार में मातम छा गया। मोहर्रम अली की पत्नी सहित उसके बड़ी बेटी हिना, खुशी, सोमायरा सहित पूरा परिवार सदमे में है।
आखिर हम अपना परिवार कहां लेका जाएं?
मोहर्रम अली ने बताया, कई पीढ़ियों से हम लोग लगातार निजामपुर में रहते चले आ रहे हैं। बगल में डूडा की कालोनियां हाल ही में बनी थीं। मोहल्ले के ही कुछ दबंगों की बहस के चलते हमारा नाम भूमाफिया लिस्ट में दर्ज कराया गया। वहीं, दबंग आए दिन जेल जाने की के लिए धमकाते हैं। प्रशासन भी दबंगों के साथ है। हमें यहां से भगाना चाहते हैं। आखिर हम लोग अपना परिवार लेकर कहां जाएं। शहर में नदियों, तालाबों, श्मशान घाटों, एलडीए आवास विकास सहित बहुत सी जमीनों पर बड़े भूमाफियाओं का कब्जा है, जिनके नाम भूमाफिया लिस्ट में नहीं दर्ज हैं। बड़े कब्जादारों के खिलाफ कार्रवाई करने में एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स घुटने टेक कर कार्रवाई के नाम पर घबराती है। इस संबंध में एसडीएम सदर से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।