एक्टिविस्ट दीपक कबीर कि गिरफ्तारी को लेकर पत्नी वीना राणा जाएंगी कोर्ट, कहा- पति निर्दोष हैं
लखनऊ। बीते 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने एक एक्टिविस्ट दीपक मिश्रा उर्फ दीपक कबीर को गिरफ्तार किया है। एक्टिविस्ट की पत्नी वीना राणा ने पति दीपक कबीर पर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वह गिरफ्तारी के खिलाफ कोर्ट जाएंगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ हिंसा मामले में पुलिस उन्हें गिरफ्तार करे जो हिंसा को भड़काने में शामिल थे। दीपक कबीर निर्दोष हैं।
बता दें कि 20 दिसंबर को दीपक की पत्नी ने फेसबुक पर पोस्ट लिखा था। उन्होंने लिखा था कि उन्हें पति की कोई खबर नहीं मिली है। फिर उन्होंने 23 दिसंबर को फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें लिखा कि 19 को प्रोटेस्ट मिसिंग का पता लगाने के लिए कबीर 20 दिसंबर की सुबह हजरतगंज थाने गया था। पुलिस ने उसे वहीं बैठा लिया और फोन भी छीन लिया। पूछताछ के नाम पर पुलिस ने उसे बेरहमी से पीटा और फिर जेल भेज दिया।
उन्होंने बताया कि 21 दिसंबर को पता चला कि उसे जेल भेज दिया गया है। बता दें कि 23 दिसंबर को स्वराज इंडिया पार्टी के प्रमुख योगेंद्र यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि दीपक कबीर ने 19 दिसंबर को नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन मामले में 20 दिसंबर को कबीर को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस स्टेशन में वह लापता प्रदर्शनकारियों को ढूंढने गए थे। यादव ने लिखा कि हिरासत के दौरान कबीर को बुरी तरह से पीटा गया और गंभीर आरोपों के तहत उसे जेल भेज दिया गया।
एक्टिविस्ट दीपक कबीर की रिहाई और उनके खिलाफ केस दर्ज हटाने की मांग तेज होने लगी है। सोशल मीडिया पर 'Aहैशटैग रिहाई दीपक ' अभियान शुरू हो गया है। लोगों का कहना है कि दीपक कबीर शांतिपूर्ण आंदलोन कर रहे थे। इसके बाद भी पुलिस ने गिरफ्तार करने के साथ ही मनमाने तरीके से कई आपराधिक धाराएं भी लगा दीं। ट्विटर से लेकर फेसबुक पर लोग खुलकर समर्थन कर रहे हैं।