यूपी के 8 थानों में अपने खिलाफ केस दर्ज होने पर AAP सांसद संजय सिंह ने सभापति वेंकैया नायडू को लिखी चिट्ठी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रभारी और आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह के खिलाफ आठ थानों में केस दर्ज होने के बाद उन्होंने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में संजय सिंह ने संसदीय विशेषाधिकार हनन का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश के आठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कारवाई करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने सभापति से मांग की है प्रदेश के आठ जिलों के पुलिस अधिकारियों ने बेबुनियाद एफआईआर दर्ज की थी।
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संजय सिंह का आरोप है कि उन्हें अपने राजनीतिक कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने की कोशिश की गई है। आप सांसद के खिलाफ यूपी में 9 दिन में आठ एफआईआर दर्ज की गई थीं। उनके खिलाफ सांप्रदायिक द्वेष भड़काने का आरोप है। तो वहीं, संजय सिंह ने इसे विशेषाधिकार का उल्लंघन बताया है और मांग की है कि इन सभी पुलिस अधिकारियों को संसद की विशेषाधिकार समिति के समक्ष बुलाकर सख्त कार्रवाई की जाए। बता दें कि सभी 8 पुलिस अधिकारी अधीक्षक रैंक के हैं और वे उन जिलों से हैं जहां संजय सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
संजय सिंह ने राज्यसभा के सभापति को लिखे गए पत्र में जिक्र किया है भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां हर एक व्यक्ति को किसी भी सरकार के अन्याय और अत्याचार के खिलाफ बोलने का संवैधानिक अधिकार हासिल है। देश के सर्वोच्च सदन का राज्यसभा सांसद हूं इस सदन के सदस्यों का प्राथमिक कर्तव्य राज्यों के मुद्दे उठाना और उनके निराकरण का प्रयास करना है।
मेरे द्वारा बोले गए सच का गला घोटने के लिए उपरोक्त पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत से विभिन्न जिलों में मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करा कर एक नागरिक के तौर पर मेरे संवैधानिक अधिकारों और एक संसद सदस्य के रूप में मेरे विशेषाधिकार का हनन किया गया है। पत्र में कहा है कि यह सिर्फ मेरा नहीं बल्कि देश के उच्च सदन का भी अपमान है।
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