नासिक से 800 प्रवासी श्रमिकों को लेकर लखनऊ पहुंची ट्रेन, मजदूरों ने कही यह बात
लखनऊ। महाराष्ट्र के नासिक से करीब 800 प्रवासी श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन रविवार सुबह लखनऊ के चारबाग स्टेशन पहुंची। स्टेशन पर पहुंचते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिंग की। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद उन्हें बसों के माध्यम से अलग-अलग जिलों के लिए रवाना कर दिया गया। बता दें, महराष्ट्र से आए सभी लोगों को उनके जिले में 14 दिनों तक क्वारंटाइन किया जाएगा।
लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र में फंसे मजदूरों व कामगारों के लखनऊ पहुंचने के बाद उनके चेहरे पर राहत देखने को मिली। लखनऊ पहुंचने वालों में महिलाएं और बच्चे भी थे। नासिक से आए एक युवक ने सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हुए बताया कि किस तरह वे लोग महराष्ट्र में रह रहे थे। कुछ का कहना था कि वे घर पहुंचने की उम्मीद छोड़ चुके थे। लॉकडाउन में काम भी नहीं मिल रहा था और पैसे भी खत्म हो गए थे। ऐसे में उनके सामने भुखमरी की समस्या खड़ी हो गई थी।
स्टेशन
पर
सोशल
डिस्टेंसिंग
के
बीच
हुई
स्क्रीनिंग
करीब
800
मजदूरों
और
कामगारों
को
लेकर
पहुंची
ट्रेन
के
डिब्बे
को
एक-एक
कर
खोला
गया
और
उसमें
से
यात्रियों
को
उतारा
गया।
इसके
बाद
सोशल
डिस्टेंसिंग
का
पालन
करवाते
हुए
सभी
की
स्क्रीनिंग
की
गई।
इसके
बाद
चारबाग़
के
बाहर
खड़ी
यूपी
रोडवेज़
की
बसों
के
माध्यम
से
उनके
जिलों
के
लिए
रवाना
किया
गया।
6
श्रमिक
स्पेशल
ट्रेन
चलाई
जा
रही
हैं
बता
दें
रविवार
से
6
श्रमिक
स्पेशल
ट्रेन
चलाई
जा
रही
हैं।
इन
ट्रेनों
का
कोई
टिकट
नहीं
लग
रहा
है।
संबधित
राज्य
सरकार
टिकट
का
दाम
वहन
करेंगी।
यात्रियों
की
जांच
कराकर
ट्रेन
में
लाने
की
जिम्मेदारी
राज्य
सरकार
की
है।
यही
नहीं,
भोजन
और
पानी
की
व्यवस्था
भी
ट्रेन
में
राज्य
सरकार
ही
करेंगी।
रास्ते
में
एक
बार
भोजन
और
पानी
की
जिम्मेदारी
भारतीय
रेल
की
है।