मिशन शक्ति: 23 आरोपियों को पिछले 24 घंटों में सुनाई गई उम्रकैद की सजा, एक को फांसी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शारदीय नवरत्रि में 17 अक्टूबर से प्रारम्भ किए गए 'मिशन शक्ति' अभियान के सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। महिला अपराधों से जुड़े मामलों में पिछले दो दिनों में एक अभियुक्त फांसी और 23 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा दिलाई गई है।
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अपर पुलिस महानिदेशक, अभियोजन आशुतोष पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत 19 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक बीतें 24 घंटे के भीतर अभियोजन विभाग के अधिकारियों द्वारा पैरवी के माध्यम महिलाओं एवं बालक-बालिकाओं के विरुद्ध अपराध के मामलों में 23 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा कराने, 31 अभियुक्तों को कारावास एवं अर्थदण्ड से दण्डित कराने तथा 49 मामलों में 51 अभियुक्तों की जमानतें खारिज कराने में सफलता प्राप्त की है। इसके अलावा महिला व बाल अपराध से जुड़े 28 गुण्डों को भी जिला बदल करा दिया गया है।
पाण्डेय ने बताया कि हाथरस में अभियुकत नरेंश उर्फ भोला को अश्लीलता करने व विरोध करने पर हत्या के मुकदमें मृत्यु दण्ड से दण्डित कराया गया है। वहीं, हापुड़ जिले के थाना गढ़मुक्तेशर में अभियुकत दलपत को अवयस्क पीड़िता के साथ लैंगिक अपराध व बलात्कार के अभियोग में अजीवन कारावास से दण्डित कराया गया है। फतेहपुर के थाना खागा क्षेत्र के मुकदमें में 15 अभियुक्तों को आजीवन कारावास तथा बदायूं के थाना बजीरगंज क्षेत्र के मुकदमें में 3 अभियुकों को पीड़िता के साथ दहेज उत्पीड़न व उसकी हत्या करने के अभियोग में आजीवन कारावास से दण्डित कराया गया है।
अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि 31 अभियुक्तों को कारावास व अर्थदण्ड से दण्डित कराया गया। इतना ही नहीं, 15 जनपदों के 49 मामलों में 51 अभियुकतों की जमानतों को खारिज कराया है। पांडेय ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में सजा दिलाने में उत्तर प्रदेश नंबर वन है। ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि अदालतों में मुकदमों की सुनवाई कम समय में पूरी हो गई और अभियोजन ने ऐसे मामलों को पूरे लगन से लड़ा।