बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी पाने वाले 2 शिक्षक बर्खास्त, वसूला जाएगा वेतन
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश में फर्जी दस्तावेज लगाकर बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी पाने वाले शिक्षकों के खिलाफ चल रही एसआईटी की जांच में जनपद लखीमपुर खीरी के दो और शिक्षकों के नाम सामने आए हैं। जिसमें मिले विभागीय आदेश के क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्ध प्रिय सिंह ने दोनों शिक्षकों को बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर शिक्षक की नौकरी हासिल करने को लेकर दोनों शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश जारी किया है। बता दें, जांच के दौरान अभी तक फर्जी दस्तावेज लगाने को लेकर 15 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है, साथ ही 25 शिक्षकों को कई वर्षों से स्कूल में शिक्षण कार्य न करने को लेकर बर्खास्त किया गया है।
फर्जी टीचरों को लेकर एसआईटी कर रही है जांच
जानकारी देते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्ध प्रिय सिंह ने बताया कि फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध प्रदेश सरकार द्वारा एसआईटी से जांच कराई गई है। इस जांच में लखीमपुर खीरी में तैनात दो शिक्षकों की बीएड की डिग्री फर्जी पाए जाने के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विकास खंड लखीमपुर के प्राथमिक विद्यालय भगौतीपुर में प्रधानाध्यापक पर पद पर तैनात पुष्पा देवी द्वारा शैक्षिक दस्तावेज में लगाई गई डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा की वर्ष 2004-05 की बीएड की डिग्री फर्जी पाई गई जिसके चलते पुष्पा देवी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं, विकासखंड मितौली में अध्यापक ओम प्रकाश सिंह जो प्राथमिक विद्यालय जमनिया ग्रंट में तैनात है उनके द्वारा भी बीएड की डिग्री डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा की लगाई गई थी, वह भी फर्जी पाई गई जिसके चलते उन्हें भी तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।
अभी तक दिए गए वेतन की होगी वसूली
बीएसए के मुताबिक, दोनों शिक्षकों की नियुक्ति वर्ष 2010 में हुई थी। उन्होंने यह भी बताया कि दोनों शिक्षकों पर फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी पाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराने व उनसे अभी तक दिए गए वेतन की वसूली करने की कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में बीएसए बुद्ध प्रिय सिंह ने बताया कि अभी तक फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी पाने वाले 15 शिक्षकों व स्कूलों में कई वर्षों से शिक्षण कार्य करने न आने वाले 25 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। इस प्रकार अभी तक कुल 40 अध्यापकों की सेवा समाप्त की जा चुकी है।
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