दुधवा नेशनल पार्क में 82 साल बाद दिखा दुर्लभ लाल सांप, यह वायरल तस्वीर देखकर अचंभित हुए लोग
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित दुधवा नेशनल पार्क में दुर्लभ लाल मूंगा कुकरी सांप देखा गया है। रेड स्नेक की यह तस्वीर दुधवा के एक स्टाफ ने खींची और ट्वीटर पर ट्विटर पर वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन संगठन वाइल्डलेंस ने इसे 28 जून को शेयर किया है। सोशल मीडिया पर इस दुर्लभ सांप की तस्वीर ने हलचल मचा दी है। दरअसल, सांप की इस प्रजाति को पहली बार साल 1936 में दुधवा में देखा गया था। इसके बाद पिछले साल करीब 82 सालों के अंतराल के बाद इसे देखा गया।
बारिश के बाद बाहर निकला दुर्लभ सांप
दुर्लभ कुकरी सांप का जूलॉजिकल नाम "ओलिगोडॉन खेरीएन्सिस" है। भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रमेश पांडे के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में लाल कोरल कुकरी सांप चौथी पर देखा गया है। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर इस सांप की तस्वीर लोगों को खूब आकर्षित कर रही है। वाइल्डलेंस की ओर से बीते रविवार को दुर्लभ सांप की फोटो शेयर करते हुए लिखा गया, 'दुधवा नेशनल पार्क विविधता और आश्चर्य से भरा है। रेड कोरल कुकरी सांप, एक बहुत ही दुर्लभ सांप है। आज शाम भारी बारिश के बाद कर्मचारियों की झोपड़ी के पास यह देखा गया।' एक अलग ट्वीट में, वाइल्डलेंस ने सांप की अलग-अलग विशेषताओं को साझा किया और कहा कि अपने लाल, नारंगी रंग के कारण इस यह नाम मिला।
जहरीले नहीं होते हैं ये सांप
विशेषज्ञों के अनुसार, लाल कुकरी सांप जहरीले नहीं होते हैं, वो सिर्फ कीड़े और वॉर्म्स खाते हैं। इसका नाम इसके लाल नारंगी रंग और इसके दांतों से मिलता है, जो अंडे तोड़ने के लिए नेपाली खुखरी के आकार का होता है। बता दें, उत्तर प्रदेश का दुधवा नेशनल पार्क दुर्लभ वन्यजीवों को लेकर काफी मशहूर है। यहां वन्यजीवों के दीदार करने के लिए हर साल बड़ी संख्या में देश विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं। लंबे अंतराल के बाद दुर्लभ सांप के देखे जाने से दुधवा पार्क के स्टाफ में भी काफी खुशी है।
भारत में मिलने वाले तीन सबसे जहरीले सांप
बता दें, भारत में पाए जाने वाला इंडियन कोबरा सभी सापों में सबसे जहरीला सांप है। भारत में इस सांप को नाग के नाम से भी जाना जाता है। भारत में नाग लगभग सभी इलाकों में आसानी से देखने को मिल जाते हैं। इसके काटने से इंसान का बचना नामुमकिन सा है। दूसरे नंबर पर इंडीयन क्रैट है, बताया जाता है कि यह इतना जहर उगलता है कि इसके एक बार काटने से 60 लोगों की जान जा सकती है। इसकी 12 प्रजातियां हैं। तीसरे नंबर पर रसेल वाइपर, यह भूरे रंग का सांप होता है और उस पर काले रंग के गोल धब्बे होते हैं। इसके फुंफकारने की आवाज काफी तेज होती है, जिसे दस से बीस फीट दूर से सुना जा सकता है।
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