राम मंदिर के पक्ष में आया फैसला, तो बच्चे का नाम रखा 'श्रीराम'
लखीमपुर खीरी। अयोध्या पर आए फैसले को यादगार बनाए रखने के लिए लखीमपुर खीरी के जिला महिला चिकित्सालय में एक वकील ने 9 नवंबर सुबह 10:40 पर जन्मे अपने बच्चे का नाम 'श्रीराम' रख दिया। फैसले के वक्त पैदा हुए बच्चे और राम मंदिर के पक्ष में आए फैसले ने शिशु के परिजनों की खुशी को दोगुना कर दिया।
इधर अयोध्या पर फैसला, उधर बच्चे का जन्म
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा शनिवार की सुबह 10:40 पर अयोध्या मामले में राम मंदिर के पक्ष में दिए फैसले को यादगार बनाए रखने के लिए दिल्ली से करीब 600 किलोमीटर तो अयोध्या से 246 किलोमीटर दूर लखीमपुर खीरी जिले में पेशे से वकील मनोज सिंह ने 10:40 पर जन्म लेने वाले अपने बच्चे का नाम 'श्रीराम' रखकर उसे यादगार बनाया।
पुत्र ने लिया जन्म
लखीमपुर खीरी के जिला महिला अस्पताल में भर्ती मनोज सिंह की गर्भवती पत्नी की डिलीवरी सुबह 10:40 पर हुई, जिसमें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई, जिसके बाद परिवार के लोगों में खुशी का ठिकाना न रहा। ठीक उसी समय सुप्रीम कोर्ट ने भी राम मंदिर के पक्ष में फैसला दे दिया।
बच्चे का नाम रखा 'श्रीराम'
बस फिर क्या था, खुशी में झूमे परिजनों ने एक राय होकर अयोध्या पर आए फैसले को यादगार बनाए रखने के लिए बच्चे का नाम भी 'श्रीराम' रखा दिया। बच्चे का नाम श्रीराम रखने पर बच्चे की दादी, बुआ और उसके पिता काफी खुश नजर आए। सभी का यह कहना था कि अयोध्या पर आए इस फैसले को यादगार बनाए रखने के लिए उन्होंने अपने इस बच्चे का नाम श्री राम रखा है।
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