मां-बेटे के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर स्वास्थ्य टीम गांव में आई तो लोग लाठी-डंडे लेकर टूट पड़े, जमकर पत्थर मारे
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के तमकुही ब्लॉक के पगरा पड़री गांव में कोरोना की जांच करने पहुंची स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पर लोगों ने हमला कर दिया। पत्थरबाजी की और डंडे मारे। जिससे गाड़ी का शीशा टूट गया। स्वास्थ्यकर्मी किसी तरह से गांव से निकलकर पटहेरवा थाने पहुंचे। वहां शिकायत किए जाने पर पुलिस ने छह लोगों को उनके गांव जाकर हिरासत में लिया।
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संवादाता ने बताया कि, पगरा पड़री गांव के एक व्यक्ति की तीन दिन पूर्व कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उसके पूरे परिवार का टेस्ट कराया गया। जिसमें मां की भी पॉजिटिव आई। दोनों को होम आइसोलेट करते हुए राजस्व टीम ने गांव को सील कर दिया। तमकुहीराज सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विपिन कुमार की अगुवाई में चार सदस्यीय स्वास्थ्य टीम गांव में कैंप लगाकर कोरोना जांच करने पहुंची। टीम के मुताबिक, वहां पहुंचते ही कुछ ग्रामीणों ने पहले ही मिल चुके दो कोरोना मरीजों को लेकर कहा कि, कोरोना जांच रिपोर्ट को गलत बताया।
गांववाले नोंकझोंक करने लगे। स्वास्थ्यकर्मियों की टीम ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, उसी दौरान कुछ लोगों ने अपशब्द बोलते हुए लाठी-डंडे से हमला कर दिया। जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने अपने उच्चाधिकारियों को सूचना दी और वहां से निकलकर भागने लगे। उसी दौरान उनके वाहन पर ईंट-पत्थर से हमला किया गया। इससे गाड़ी का शीशा टूट गया। हमले से बचकर स्वास्थ्य टीम पटहेरवा थाने पहुंची और घटना की जानकारी दी।
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एसपी भी पटहेरवा थाने पहुंचे। एसओ मृत्युंजय सिंह का कहना है कि पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया है। इस मामले में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अभिषेक वर्मा ने कहा कि पगरा पड़री गांव में हुए हमले से स्वास्थ्यकर्मी दहशत में हैं। उन्होंने प्रशासन से स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की और कहा कि जब तक राजस्व और पुलिस स्वास्थ्य टीम के साथ नहीं जाती, तब तक टीम गांवों में कोरोना जांच के लिए नहीं जाएगी।