कुशीनगर: नाबालिग गैंगरेप पीड़िता के इलाज में लापरवाही, हालत बिगड़ी
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आईं है। घटना के बाद सुकरौली सीएचसी पर पहुंची पीड़िता के इलाज में घोर लापरवाही बरती गई। पीड़िता को ना तो सही से इलाज किया गया और ना ही उसे भर्ती किया गया। मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस पीड़िता को लेकर सुकरौली सीएचसी पहुंची तब जाकर पीड़िता का इलाज हुआ। बता दें कि देरी से इलाज मिलने के कारण पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है।
पीड़िता
की
मां
को
एसएचओ
ने
थाने
से
भगाया
अहिरौली
बाजार
थाने
की
पुलिस
की
लापरवाही
का
मामला
सामने
आया
है।
आरोप
है
कि
पीड़िता
की
मां
ने
घटना
की
सूचना
अहिरौली
थाने
को
दी
थी,
लेकिन
पुलिस
ने
इसे
गंभीरता
से
नहीं
लिया।
सुबह
पीड़ित
मां
किशोरी
को
लेकर
अहिरौली
बाजार
थाने
गई
तो
एसएचओ
ने
उसे
भगा
दिया
और
बेटी
का
इलाज
कराने
की
नसीहत
दी।
मामले
की
शिकायत
एसपी
से
की
गई
तो
अहिरौली
पुलिस
6
लोगों
पर
केस
दर्ज
कर
लिया।
पीड़ित
किशोरी
अस्पताल
में
भर्ती,
दबाव
के
बाद
पुलिस
हुई
सक्रिय
दूसरे
दिन
महिला
अपनी
बेटी
को
लेकर
सुकरौली
पीएचसी
पहुंची,
जहां
उसकी
गंभीर
हालत
देखते
हुए
डॉक्टरों
ने
महिला
डॉक्टर
के
पास
सीएचसी
देवतहा
भेज
दिया,
जहां
उसका
उपचार
चल
रहा
है।
चार लोगों को किया गिरफ्तार
एसपी आरएन मिश्रा ने बताया कि 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो की तलाश जारी है। पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि मामले में आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
क्या
था
मामला
मां
ने
थाने
पर
तहरीर
दी
तो
पुलिस
ने
नाली
के
विवाद
में
मारपीट
की
घटना
बताकर
किशोरी
का
इलाज
कराने
की
नसीहत
दे
डाली।
पीड़िता
की
मां
के
मुताबिक,
गांव
में
एक
परिवार
से
उनका
विवाद
है।
शुक्रवार
की
रात
विपक्षी
के
घर
दावत
थी,
जिसमें
कुछ
बाहरी
लोग
भी
आए
थे।
आधा
दर्जन
से
ऊपर
जुटे
लोगों
ने
भोजन
के
साथ
शराब
पी।
रात
करीब
आठ
बजे
नशे
की
हालत
में
गाली
देते
हुए
उसके
दरवाजे
पर
आ
गए
और
उसकी
13
वर्षीय
बेटी
को
अपने
घर
उठा
ले
गए।
जहां
उसकी
बेटी
के
साथ
दरिंदगी
की।