चर्चित कुलदीप हत्याकांड का खुलासा, शादी टूटी तो युवती से रिश्ते की जिद में गई जान
Kushinagar News, कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में 8 मार्च को हुई कुलदीप हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस की मानें तो हत्या की वजह रिश्ता तय होने के बाद युवती के घर वालों के इंकार कर दिया। लेकिन कुलदीप शादी के लिए अड़ा रहा और युवती के घर आना-जाना बंद नहीं किया। जिससे परेशन होकर युवती के चाचा और भाई ने 315 बोर के तमंचे गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद शव को बोरे में भर कर बांसी नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने चाचा-भतीजे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
युवती के परिजनों ने शादी से कर दिया था इंकार
एसपी नार्थ गौरव वंशवाल ने बताया कि लखीमपुर खीरी जनपद के थाना क्षेत्र नरदी के पसगंवा निवासी कुलदीप यादव की शादी कुशीनगर जिले के तुर्कपट्टी क्षेत्र के रूदवलिया गांव निवासी बिकाऊ यादव की पुत्री कविता के साथ तय हुई थी। बाद में युवती के परिजनों ने शादी से इंकार कर दिया, लेकिन उसके बाद भी कुलदीप का रूदवलिया गांव पहुंच कर युवती से मिलने का सिलसिला नहीं रुका।
समझाने की थी कोशिश
आठ मार्च को युवती के घर वालों ने उसे घर बुलाया और समझाने की कोशिश की। लेकिन कुलदीप उसी युवती के साथ शादी करने की जिद पर अड़ गया। युवती के भतीजे राजकुमार यादव उर्फ मंटू ने रात में ही तमंचे से सिर में गोली मार कर कुलदीप की हत्या कर दी। बाद में युवती के भाई नरेंद्र यादव के सहयोग से शव को बोरे में रख कर कुबेर स्थान क्षेत्र के पचरूखिया के पास बांसी नदी में फेंक दिया था।
चाचा-भतीजे ने मारी गोली
नौ मार्च को पुलिस ने सूचना के आधार पर शव को बरामद करके पोस्टमॉर्टम कराया। पुलिस ने अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही थी। पुलिस ने साक्ष्य संकलन के बाद हत्या में शामिल राजकुमार यादव उर्फ मंटू और उसके चाचा नरेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की यहीं कहानी बताई। आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा पुलिस ने बरामद किया। आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
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