सामान्य हिन्दी के बजाए थमाया साहित्यिक हिन्दी का प्रश्नपत्र, छात्राओं ने किया हंगामा तो शिक्षकों ने कराई नकल
Kushinagar news, कुशीनगर। कुशीनगर के तुर्कपट्टी में इंटरमीडिएट परीक्षा में सामान्य हिन्दी के बजाए साहित्यिक हिन्दी का पेपर कराने का मामला सामने आया है। छात्राओं का आरोप है कि विरोध करने पर उनको डांट-फटकार कर चुप करा दिया गया। तीन पीड़ित छात्राओं का कहना है कि केंद्र व्यवस्थापक और कक्ष निरीक्षक की मनमानी की वजह से उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है। उन्होंने दोबारा से परीक्षा कराने की मांग की है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, चिल्ड्रेन पब्लिक स्कूल की 30 छात्राओं का बोर्ड परीक्षा का सेंटर तुर्कपट्टी इंटर कॉलेज मे गया है, जहां सामान्य हिन्दी की जगह इन छात्राओं को साहित्यिक हिन्दी का पेपर थमा दिया गया। परीक्षा दे रही छात्राओं द्वारा जब प्रश्न पत्र पर आपप्ति जताई गई तो उन्हें डांट-फटकार कर चुप करा दिया गया।
शिक्षकों ने करवाई सामूहिक नकल
पीड़ित छात्राओं के मुताबिक, जब शिक्षकों को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने परीक्षा के अंतिम समय में पेपर, कॉपी बदल कर एक कमरे में प्रश्नों के उत्तर बोलकर दोबारा परीक्षा कराई। इसके बाद उत्तर पुस्तिका में 100-100 रुपए रखकर कहा कि जो परीक्षक कॉपियां जांचेगा वो 40 नंबर दे देगा। हालांकि, छात्राएं शिक्षकों के इस आश्वासन से संतुष्ट नहीं है। उनकी मांग है की उनकी दोबारा परीक्षा कराई जाए, नहीं तो उनका करियर खराब हो जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
छात्राओं के साथ हुई इस लापरवाही से उनके परिजन भी सकते में हैं। उनका साफ कहना है की छात्राओं के भविष्य का सवाल है, जैसे भी हो इसे ठीक कराया जाए। इस पूरे मामले पर जिला विद्यालय निरीक्षक उदय प्रकाश मिश्रा का कहना है की सूचना प्राप्त होने के बाद तत्काल प्रभाव से केन्द्र व्यवस्थापक को हटा दिया गया है। जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं, छात्राओं को सामूहिक नकल और उनकी उत्तर पुस्तिकाओं में 100-100 रुपए रखे जाने के सवाल पर उनका कहना है की मामले की विस्तृत जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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