पुलिस कस्टडी से भागे खतरनाक बंदी को कांस्टेबल संजू पूनिया ने 200 मीटर दौड़कर पकड़ा, बहादुरी की सब कर रहे तारीफ
फरार हुए बंदी को कांस्टेबल संजू पूनिया ने 200 मीटर दौड़कर पकड़ा
कोटा। ये हैं संजू पूनिया। राजस्थान पुलिस की बहादुर महिला कांस्टेबल। यह हाल ही फरार हुए एक बंदी को दौड़कर पकड़ने के बाद सुर्खियों में है। इसकी बहादुरी को ईनाम भी मिला है।
महिला कांस्टेबल संजू पूनिया को राजस्थान पुलिस महानिदेशक ने पांच हजार पुलिस महानिदेशक ने 5 हजार रुपए के नकद के अलावा प्रशंसा पत्र, महानिदेशक पुलिस प्रशस्ति एवं प्रशस्ति रोल से सम्मानित किया।
कोटा शहर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि 16 जून को विज्ञान नगर में तैनात एसआई अब्दुल रसीद व कांस्टेबल वेदवीर सिंह आरोपी विष्णु हरिजन का मेडिकल मुआयना करवाने के लिए उसे एमबीएस चिकित्सालय ले गए थे। यहां आरोपी एसआई को धक्का मारकर भाग गया था। वहां मौजूद महावीर नगर में तैनात महिला कांस्टेबल संजू पूनिया ने करीब 2 सौ मीटर दौड़कर बदमाश को पीछे से दबोच लिया।
बदमाश को घसीटते हुए वापस पुलिस जीप तक ले गई। जब बदमाश पकड़ा गया, तब जाकर सब इंस्पेक्टर की जान में जान आई। इस कार्य के लिए जिला स्तर पर संजू पूनिया को नकद मय प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया जा चुका है।
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इस मामले में पुलिस महानिदेशक ने महिला कांस्टेबल के लिए 5000 रुपए के नकद पुरस्कार व प्रशंसा पत्र, महानिदेशक पुलिस प्रशस्ति एवं प्रशस्ति रोल से भी सम्मानित किया। संजू ने बताया कि आरोपी विष्णु थानेदार को गिराकर भाग रहा था। मैंने देखा तो मैं समझ गई और बदमाश का पीछा किया। लोगों की मदद से उसे पकड़ा और वापस ले आई।
महिला कांस्टेबल की बहादूरी से कोटा पुलिस का डिपार्टमेंट में मान बढ़ा है। पूनिया कहती हैं कि विपरित परिस्थति से पीछे हटने के बजाए उसका डटकर मुकाबला करना चाहिए। आत्मविश्वास मजबूत करें तो सब मुश्किल आसान हो जाती है।