शर्मनाक : गर्भवती महिला को बस से उतारा, अस्पताल ले जाते समय हुई मौत
बारां। राजस्थान के बारां शहर में चारमूर्ति चौराहे शनिवार को एक गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया। लोग तमाशबीन बनकर खड़े होकर देखते रहे, मगर उसकी मदद को कोई आगे नहीं आया। मध्यप्रदेश के सागर जिले के पटना गांव निवासी सुरेंद्र ने बताया कि वह झूंझुनूं में कारीगरी का काम करता था। लॉकडाउन में काम खत्म होने से परिवार सहित सामान लेकर निजी बस से वापस गांव जा रहा था।
कोटा से बस में बैठा था। उसके साथ आठ महीने की गर्भवती पत्नी सीताबाई और डेढ़ वर्षीय बेटी कंचन और साली चंदा भी थी। कोटा से बारां आते समय बस चालक तेज रफ्तार से गड्ढ़ों में बस को दौड़ा रहा था। इस दौरान पत्नी दर्द से चीखते हुए चक्कर आने, पेट में दर्द होने की बात कहते हुए बस की रफ्तार गड्ढ़ों में धीमी करने को कहती रही। बस चालक ने सुनवाई नहीं की।
प्रेमी के सामने पति को करंट से तड़पा-तड़पा कर मारा, फिर रातभर 'लाश' के साथ सोती रही पत्नी
इससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। बस चालक ने बारां चारमूर्ति चौराहे पर उतारा और चला गया। यहां उसकी पत्नी तड़पती रही, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया। पति पत्नी और मासूम बच्चे के साथ बिलखता रहा, लेकिन किसी ने मदद नही की। फिर आटो में लिटाकर बारां जिला अस्पताल लेकर गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शव को गांव लेकर जाने के लिए रुपए नहीं होने से टैक्सी स्टैंड पर पहुंचा। वहां टीवी कलाकार संजय गोविंदा, मोहम्मद तबरेज, डीटीओ इंस्पेक्टर योगेश मालावत की मदद से टैक्सी फ्री में घर पहुंचाने के लिए की है। इन लाेगों की मदद से पत्नी की पार्थिव देह को घर ले जा पा रहा है।