कोटा अस्पताल केस : ऑक्सीजन पाइपलाइन से फैला इंफेक्शन, ठंड से भी हुई बच्चों की मौत
कोटा। जेके लोन अस्पताल कोटा में 48 घंटे में 10 और महीनेभर में 91 बच्चों की मौत के मामले में जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जिसके अनुसार बच्चों के इलाज में तो खामी नहीं थी, लेकिन ऑक्सीजन सिलेण्डर से बढ़े इंफेक्शन ने बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ाया। वहीं, ठंड से भी बच्चों की जान गई है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट राजस्थान सरकार को सौंप दी है, जिसमें बताया गया है कि कोटा के जेके लोन शिशु एवं मातृ चिकित्सालय के नियोनेटल आईसीयू में ऑक्सीजन की पाइपलाइन नहीं है। यहां भर्ती नवजात बच्चों को सिलेंडरों के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। ऑक्सीजन के सिलेण्डरों से इन्फेक्शन बढ़ना माना जा रहा है। बच्चों की मौत की दूसरी वजह यह मानी जा रही है कि बच्चों को ठंड में जीप या अन्य वाहनों में जेके लोन अस्पताल लाया गया। ठंड की वजह से भी मौतें हो सकती हैं।
बता दें कि जेके लोन में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद सरकार ने उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया था, जिसमें जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के दो विशेषज्ञ डॉक्टर भी शामिल थे। कमेटी ने सुझाव भी दिए हैं कि जेके लोन अस्पताल में उपलब्ध उपकरणों की बीएसबीवाई और आरएमआरएस कोष से त्वरित मरम्मत कराई जाए। एनआईसीयू में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पाइपलाइन डाली जाए और पीडियेट्रिक वार्ड के विभागाध्यक्ष स्थायी रूप से जेके लोन अस्पताल में ही बैठें।