कोटा अस्पताल केस : बच्चों की मौत के मामले की जांच करने कोटा पहुंची मानव अधिकार आयोग टीम
कोटा। राजस्थान के कोटा के जेकेलोन अस्पताल में लगातार हो रही नवजात बच्चों की मौत के मामले की जांच करने के लिए राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग की टीम कोटा पहुंची है।
टीम में सचिव बीएल मीणा और रजिस्ट्रार ओमी पुरोहित है, जिन्होंने सबसे पहले संभागीय आयुक्त कैसी मीणा से उनके कार्यालय में मिलकर सारा घटनाक्रम जाना। इसके बाद टीम जेके लोन अस्पताल पहुंची। इस दौरान कोटा जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज डॉ विजय सरदाना सहित कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। टीम ने जेकेलोन अस्पताल के वार्डों का निरीक्षण किया।
मानवाधिकार आयोग के सचिव बीएल मीणा और रजिस्ट्रार ओमी पुरोहित ने कहा कि अभी जांच प्रक्रिया शुरू हुई है। अस्पताल के वार्ड आईसीयू स्टाफ संबंधित जानकारी जुटाई जा रही है, जो भी तथ्यों होंगे उनके आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। कोटा जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने कहा कि मानव अधिकार आयोग टीम की जांच प्रक्रिया लंबी होती है। नवजात बच्चों की मौतों का मामला काफी संवेदनशील है सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है।
कोटा जेके लोन अस्पताल में फिर हुई बच्चों की मौत, अब 24 घंटे में 9 नवजात बच्चों की सांसें थमी
साथ ही अस्पताल में साफ-सफाई बढ़ा दी गई है। डॉक्टर और नर्स स्टाफ और ज्यादा नियुक्त कर दिए गए हैं। एक नया वार्ड भी शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा नए भवन का निर्माण कार्य जारी है। जल्द ही नए भवन की सुविधाएं भी मिलने लगेंगी। बता दें कि 9 दिसंबर को 8 घंटे में 9 नवजात शिशुओ की मौत और उसके बाद लगातार तीन दिन में 18 नवजात शिशुओं की मौत से हड़कंप मच गया था।