हावड़ा में जन्मा अनोखा बच्चा, नहीं हैं उसकी आंखें और न ही कान, शरीर पर चाकू से घाव का निशान
हावड़ा। वैसे तो हमने और आपने कई बार ऐसे बच्चों के बारे में सुना है, जो दिखने में अजीबो-गरीब लगते हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल के हावड़ा में एक ऐसे बच्चे ने जन्म लिया है, जिसके बारे में सुनकर आप हैरान हो सकते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ये बच्चा एक बहुत दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है, जिसे साइंस की भाषा में हार्लेक्विन इक्थियोसिस कहा जाता है। इस बीमारी से ग्रसित बच्चे के पूरे शरीर में मोटी त्वचा की परत नजर आती है। दरअसल, बच्चे की न तो आंखें हैं और न ही कान हैं।
बच्चे के शरीर पर चाकू से कटने का निशान
इसके साथ ही बच्चे के शरीर पर ऐसे निशान देखते हैं, जैसे किसी ने त्वचा को चाकू से चीर दिया हो। फ्री प्रेस जनरल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर कमल की निगरानी में महिला का प्रसव कराया गया था। उन्होंने कहा कि नासोगैस्ट्रिक ट्यूब का इस्तेमाल कर बच्चे को दूध पिलाने की कोशिश असफल रही।
बच्चे में कई जन्मजात बीमारियां
उन्होंने कहा कि इस बच्चे में कई जन्मजात बीमारियां हैं। डॉक्टर कमल ने कहा कि ये महिला की पांचवी प्रेग्नेंसी थी। उसके पहले से तीन बच्चे हैं और उनका मिसकैरेज भी हुआ था। वो प्रेग्नेंसी के 9वें महीने में पेट दर्द के साथ मेरे पास आई और हमने देखा कि उनके पेट में काफी सूजन थी। वहीं सीटी स्कैन करने के बाद भी कुछ पता नहीं चला था।
बच्चे की न तो आंख है और न ही कान
डॉक्टर कमल के मुताबिक उन्हें बाद में पता चला कि महिला के एम्रियोटिक बैग के आसपास एक और बैग दिख रहा था। उस वक्त उन्हें लगा कि वे क्लॉटिंग है। डॉक्टरों ने यह भी आशंका जताई थी कि वो एक कोरिओमैनिओटिक सेपेरेशन है। डॉक्टर ने कहा कि ये बीमारी दुर्लभ हैं और दुनिया भर में सिर्फ कुछ ही मामलों को दर्ज किया गया है। दुनिया भर में शायद ऐसे 200 से 250 मामले सामने आए हैं।
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