लेखिका महाश्वेता को नशीली दवा देकर दिया धोखा
कोलकाता। निजी सचिव सहायक ने मेरे विष्वास का नाजायज फायदा उठाते हुए धोखे से मेरे मकान, संपत्ति और मेरी विरासत हथिया ली है। यह आरोप रेमन मैग्सेसे अवार्ड विजेता प्रख्यात लेखिका एवं समाजसेवी महाश्वेता देवी ने अपने निजी सहायक जाॅय भद्रा पर लगाए हैं। महोष्वेता देवी ने यह भी कहा कि मुझे संदेह है कि ऐसे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर लेने से पहले मुझे नशीली दवाएं दी जाती रहीं हैं।" भद्रा सन 2000 से ही महाश्वेता देवी के साथ काम कर रहे हैं और उन्होंने सभी आरोपों का खंडन किया है।
महाश्वेता देवी ने शनिवार को अपने निजी सहायक जॉय भद्रा पर फर्जीवाड़ा कर उनकी संपत्ति हथियाने का आरोप लगाया। महाश्वेता देवी ने पत्रकारों से कहा, "भद्रा ने पिछले कुछ वर्षो में अनेक दस्तावेजों पर मुझसे हस्ताक्षर करवाए हैं। महाश्वेता देवी ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममत बनर्जी से इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहेंगी। भद्रा भी लेखक हैं और उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया और कहा कि उनकी छवि धूमिल करने के लिए साजिश रची गई है।
भद्रा ने से कहा, "आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। वह 90 वर्ष की अवस्था को पार कर चुकी हैं और उनकी मानसिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह इस तरह का निर्णय ले सकें। उन्होंने कुछ लोगों के बहकावे में आकर ये आरोप लगाए हैं, जिनके अपने कुछ निहित स्वार्थ हैं।"