कौशांबी: किशोरी को अगवा कर दो युवकों ने किया रेप, सीओ के निर्देश 20 दिन बाद दर्ज हुआ केस
कौशांबी। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला यूपी के कौशांबी का है। सरायअकिल इलाके में एक किशोरी को पड़ोस के ही दो युवकों ने अगवा कर लिया। उसे रिश्तेदारी में ले जाकर बारी-बारी से दोनों ने नशीला पदार्थ सुंघाकर रेप किया। होश में आने पर किशोरी को घटना की जानकारी हुई तो उसने शोर मचाया। रिश्तेदारी के ही एक व्यक्ति ने दोनों युवकों को डांट फटकार लगाया और किशोरी को थाने ले जाकर छोड़ दिया। आरोप है कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाए किशोरी को उसके घर पर ले जाकर छोड़ दिया। पीड़िता परिजनों के साथ कई दिन तक थाने का चक्कर लगाती रही, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी।
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सीओ के आदेश पर मुकदमा दर्ज
पीड़िता पर एक ही युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन वह नहीं मानी। 3 दिन पहले उसने चायल सीओ से शिकायत की तो सीओ ने फटकार लगाते हुए थानेदार को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। सीओ के आदेश पर दोनों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया। एक की तलाश जारी है। अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने बताया कि प्राथमिक जानकारी के अनुसार किशोरी अपनी मर्जी से युवकों के साथ गई है। लेकिन फिर भी मामले की जांच चल रही है। मुकदमा दर्ज हो गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
हाथरस मामले को लेकर चौतरफा घिरी यूपी सरकार
बता दें, उत्तर प्रदेश महिलाओं, बच्चियों से रेप और गैंगरेप की घटनाओं से यूपी सरकार बैकफुट पर है। नारी सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष लगातार योगी सरकार पर हमलावर है। हाथरस में दलित युवती से कथित गैंगरेप और मौत के बाद पुलिस द्वारा जबरन उसके शव को जलाने को लेकर प्रदेश सरकार चौतरफा घिरी हुई है। हाथरस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है। सीएम ने विपक्ष पर भी बड़ा आरोप लगाया है। सीएम योगी ने कहा कि हाथरस के बहाने प्रदेश में जातीय दंगा भड़काने की साजिश रची गई।
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