कार बैक करने के दौरान पड़ोसी ने दादी-पोते को कुचला, रास्ते में दोनों ने तोड़ा दम
कौशांबी। उत्तर प्रदेश के कौशम्बी में एक बड़ा हादसा हुआ है। कार बैक करने के दौरान दादी और 7 माह के मासूम पोते की मौत हो गई। परिवार का ही एक सदस्य कार बैक कर रहा था। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कड़ा धाम कोतवाली इलाके के दारानगर गांव की प्रेमा देवी 65 आज सुबह घर के बाहर चारपाई बिछाकर अपने 7 माह के पोते छोटो के साथ धूप ले रही थी।
इसी समय परिवार के एक सदस्य अपनी कार बैक करने लगे। बैक करने के दौरान उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि पीछे परिवार के लोग चारपाई पर बैठे हुए हैं। दादी-पोते कार के पहिए के नीचे आकर दब गए। मासूम की मौके पर मौत हो गई। चीख-पुकार सुन मौके पर तमाम लोग एकत्रित हो गए। किसी तरह से दोनों को कार से निकाला।
इसके बाद दादी प्रेमा देवी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। हादसे की खबर पुलिस को दी गई। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दारानगर गांव के रहने वाले राकेश मिश्रा पान विक्रेता हैं। राकेश के घर के बगल में अध्यापक आनंद नारायण पाठक का मकान है। आनंद की कार राकेश चंद्र के दरवाजे पर ही खड़ी रहती है।
बीते शुक्रवार की सुबह राकेश की मां प्रेमा देवी पत्नी कल्याण चंद्र मिश्रा अपने पोते शिव ओम के साथ घर के बाहर चरपाई पर बैठी हुई थीं। इसी दौरान आनंद कहीं जाने के लिए कार को बैक करने लगे। कार का कांच बंद होने के चलते उन्हें लोगों की चीख-पुकार बिल्कुल सुनाई नहीं दी और कार चारपाई पर बैठे दादी-पोते पर चढ़ गई। जब उन्हें इस बात का एहसास हुआ तो कार को आगे बढ़ाने की कोशिश की। इस दौरान कार अनियंत्रित होकर पलट गई और आनंद फरार हो गए।
स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से जख्मी प्रेमा और पोते को अस्पताल ले गए, जहां दोनों की बीच रास्ते में ही मौत हो गई। इंस्पेक्टर अशोक कुमार का कहना है कि शिव ओम के पिता राकेश की तहरीर पर आननंद नारायण के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और कार को कब्जे में ले लिया गया है।