कासगंज: 5 दिन से भूखा था परिवार, नहीं देखी गई बच्चों की भूख, पिता ने की आत्महत्या
कासगंज। यूपी के कासगंज में एक परिवार बीते पांच दिनों से भूख से तड़पता रहा। परेशान होकर परिवार के मुखिया ने पेड़ से लटकर कर आत्महत्या कर ली। मामले की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कासगंज नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और परिवार को राशन मुहैया कराया। पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
दिल्ली में भी नहीं मिली नौकरी
कस्बा विलराम में रहने वाला पूरन सिंह काफी दिनों से अपने परिवार का भरण पोषण करने में असमर्थ था। पूरन सिंह अपने परिवार को चलाने में ओर परिवार की भूख शांत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा था। परिवार की चिंता की वजह से पूरन सिंह रोजगार की तलाश में दिल्ली गया, लेकिन काफी प्रयास करने के बाद भी उसे दिल्ली में भी कोई रोजगार नहीं मिला। हताश होकर पूरन सिंह अपने घर वापस लौट आया। परिवार के पालन पोषण की चिंता से जूझ रहे पूरन सिंह ने शनिवार को ट्यू्वेल के पास जाकर नीम के पेड़ पर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
परिवार के पालन पोषण पर भी गहराया संकट
मामले ही जानकारी मिलते ही नायब तहसीलदार कीर्ति चौधरी मृतक के घर पहुंची और जानकारी की। उन्होने बताया कि पूरन सिंह रोजगार को लेकर परेशान था। दिल्ली में भी उसे कोई नौकरी नहीं मिली, तो परेशान होकर उसने घर आकर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने मृतक के परिवार की हालत को देखते हुए अब उन्हें खाने पीने से संबंधित राशन की भी व्यवस्था करवाई है। पूरन सिंह की मौत के बाद अब उसके पीछे उसका परिवार रह गया जिनके पालन पोषण पर भी अब संकट गहरा गया है पूरन सिंह के परिवार में पूरन की पांच माह की गर्भवती पत्नी सुनीता, 13 वर्षीय पुत्री गुड़िया ,पांच वर्षीय पुत्री हेमलता व तीन वर्षीय पुत्र छत्रपाल बचा है।
चार दिनों से नहीं बना था खाना
मृतक की बेटी गुड़िया ने बताया कि घर की हालत बहुत खराब है। बीते चार दिनों से पैसे और राशन ना होने की वजह से खाना भी नहीं बन सका है और सब लोग भूखे रहते हैं। अगर कोई गांव वाला खाने को दे देता है तो खा लेते हैं, वरना भूखा ही रहना पड़ता है।