कानपुरः विकास दुबे के शव का पोस्टमार्टम से पहले होगा कोरोना टेस्ट
कानपुर। कु्ख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, इस गाड़ी में विकास दुबे भी था, कहा जा रहा है कि इस दौरान विकास दुबे ने एसटीएफ के पुलिसकर्मियों की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस टीम ने विकास दुबे पर जवाबी फायरिंग की, इस मुठभेड़ में एक गोली विकास के सिर पर लगी और वो गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते वक्त ही उसने दम तोड़ दिया, पुलिस ने उसकी मौत की अधिकारिक पुष्टि कर दी है। बता दें कि बदमाश विकास दुबे के शव का पोस्टमार्टम से पहले उसका कोरोना टेस्ट कराया जाएगा।
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बता दें कि फरीदाबाद में विकास दुबे के एक गुर्गे प्रभात, अंकुर और उसके पिता श्रवण को गिरफ्तार किया गया था। फरीदाबाद पुलिस ने उनका कोरोना का टेस्ट कराया तो श्रवण पॉजिटिव पाया गय। अंकुर और प्रभात की रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्रभात को यूपी एसटीएफ ले गई है। विकास दुबे भी इनके साथ रहा है। उसके भी कोरोना पॉजिटिव होने की आशंका है। कानपुर हैलट अस्पताल में विकास की बॉडी सील। कोरोना टेस्ट कर बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा शव।
हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ, घायलों को तुरंत नजदीकी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, मौके पर पुलिस के आला अफसर पहुंच गए, पुलिस अभी इस बारे में खुलकर कुछ नहीं बोल रही है लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि तेज बारिश और गाड़ी की रफ्तार तेज होने की वजह से गाड़ी पलट गई। मालूम हो कि आज सुबह ही उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स गैंगस्टर विकास दुबे को हिरासत में लेकर कानपुर पहुंची थी, एसटीएफ उसे कल रात उज्जैन से लेकर कानपुर के लिए रवाना हुई थी।
जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं किया था, ऐसे में ट्रांजिट रिमांड की जरूरत नहीं पड़ी है, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर विकास दुबे को यूपी पुलिस को सौंपा गया था। मीडिया की नजर से विकास दुबे को बचाने के लिए गाड़ी की रफ्तार काफी तेज थी, जिसकी वजह से ये हादसा हुआ,STF की गाड़ी में 5 लोग सवार थे।