कानपुर: विकास दुबे से जुड़ी ऑर्म्स लाइसेंस की फाइलें गायब, क्लर्क पर FIR
लखनऊ। कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड के मुख्य आरोपी रहे कुख्यात विकास दुबे से जुड़ी फाइलें कानपुर कलेक्ट्रेट से गायब हो गई हैं। बताया जा रहा है कि ये फाइलें विकास दुबे के ऑर्म्स लाइसेंस से जुड़ी हुई थीं। गायब फाइलों का नंबर 131 से 330 तक बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कानपुर के डीएम ने इस मामले में कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है। वहीं, इस विभाग से जुड़े बाबू विजय रावत के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है।
विकास के एनकाउंटर की पुलिस ने बताई थी यह वजह
कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था। इस हमले में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। घटना के बाद विकास दुबे फरार हो गया था। पुलिस ने एक-एक करके पहले उसके गुर्गों को एनकाउंटर में ढेर किया और कुछ को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा। विकास दुबे एमपी के उज्जैन में पकड़ा गया। कानपुर पुलिस उसे वापस ला रही थी। रास्ते में गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ और विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने एनकाउंटर में उसको भी मार गिराया।
रोक दी गई थीं मीडिया की गाड़ियां
बता दें, यूपी की स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम विकास दुबे को मध्य प्रदेश से लेकर चली तभी से मीडिया की गाड़ियां उसे फॉलो कर रहीं थी। कानपुर तक भी यह पीछे-पीछे आईं, लेकिन जहां एनकाउंटर हुआ उससे एक किमी पहले मीडिया की गाड़ियों को रोक दिया गया था। उन्हें आगे नहीं जाने दिया गया। मीडिया को रोके जाने के कुछ देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें आने लगीं। मीडिया मौके पर पहुंची तो देखा की पुलिस की गाड़ी पलटी पड़ी हुई थी।
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