इटली में रहकर भारत के लोगों को जागरूक कर रही हैं कानपुर की संजना, नहीं आई थीं वापस
कानपुर। पूरी दुनिया को कोरोना वायरस अपनी जद में ले चुका है। इस कड़ी में चीन से ज्यादा जिस देश को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है वो है इटली। हर कोई इटली का हाल जानकर डर जाता है। ऐसे में भारत की एक बेटी लोगों को डरने के बजाए खुद को बचाने के लिए लोगों को संदेश दे रही है। उत्तर प्रदेश के कानपुर की रहने वाली संजना तिवारी इटली के मिलान में अपनों से दूर अकेली रह रही हैं।
संजना इटली में रहकर पीएचडी कर रही हैं
भारत सरकार इटली से अपने लोगों को वापस ले आई लेकिन संजना भारत नहीं लौटी क्योंकि वह लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करना चाहती थीं। इसके बाद अब वह भारत के लोगों से वीडियो के जरिए लॉकडाउन का पालन करने को कह रही हैं। कानपुर के श्याम नगर में रहने वाले संजय तिवारी भारतीय समाजशास्त्र बोर्ड के सदस्य हैं। उनकी बेटी संजना यूनिवर्सिटी ऑफ मिलान से समाजशास्त्र में पीएचडी कर रही हैं।
संजना लॉकडाउन का पालन करते हुए नहीं लौटीं अपने देश
भारतीय सरकार ने रोम से फ्लाइट की व्यवस्था की और सबको भारत वापस ले आई लेकिन संजना ने वहीं रुकने का फैसला किया। संजना ने बताया कि वह लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करना चाहती थी। वह ऐसा कतई नहीं चाहती थी कि किसी को उनकी वजह से या किसी और की वजह से उनको वायरस हो। संजना की मां बबिता तिवारी ने बताया, 'मैं बहुत घबरा गई थी। मैंने भी बेटी को आने के लिए कहा लेकिन उसने जब मुझे समझाया तो मैं मान गई।
संजना ने अपने घर वालों को समझाया
संजना ने मां को फोन पर समझाते हुए कहा कि लॉकडाउन का मतलब है जो जहां है, वहीं रहें। हम जैसे पढ़े-लिखे और युवा लोग इसका पालन नहीं करेंगे तो देश पर बड़ा संकट आ सकता है। मैं जैसे भी हूं ठीक हूं और मुझे अपने देश के लिए यहीं रहने दीजिए।' बता दें कि संजना लोगों को जागरूक करने के लिए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर अपलोड करती हैं। उन्होंने कहा कि वह भारत की खबरें देख रही हैं कि किस तरह लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। उसे बहुत दुख होता है, इसलिए वह लोगों से वीडियो के जरिए अपील करती हैं कि कोरोना से बचने का एकमात्र तरीका लॉकडाउन ही है।
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