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10 रुपए के सिक्‍के की वजह से ढाबे पर हुआ विवाद, पीट-पीटकर की हत्‍या

कानपुर स्थित एक ढाबे पर बिल का भुगतान करते वक्‍त दस रुपए का सिक्‍का नहीं लेने की बात इस हद तक बढ़ी कि इसमें विवाद हो गया और एक व्‍यक्ति की जान चली गई।

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नई दिल्‍ली। दस रुपए के सिक्‍के को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां हैं। ले‍किन इस वजह से कानपुर में एक शख्‍स को अपनी जान गंवानी पड़ गई।

truck driver murdered over the issue of 10 rupee coin unacceptance. कानपुर स्थित एक ढाबे पर बिल का भुगतान करते वक्‍त दस रुपए का सिक्‍का नहीं लेने की बात इस हद तक बढ़ी कि इसमें विवाद हो गया और एक व्‍यक्ति की जाग चली गई।

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दरअसल, कानपुर स्थित एक ढाबे पर बिल का भुगतान करते वक्‍त दस रुपए का सिक्‍का नहीं लेने की बात इस हद तक बढ़ी कि इसमें विवाद हो गया और एक व्‍यक्ति की जान चली गई। इस वारदात की पुष्टि पुलिस ने बुधवार को की और होटल मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया।

खाने का बिल चुकाते वक्‍त हुई वारदात

यह वारदात शुक्रवार को प्रकाश में आई जब डेरापुर पुलिस स्‍टेशन ने इस संदर्भ में एफआईआर दर्ज की। डेरापुर इलाके में नेशनल हाइवे पर ट्रक चालक महेंद्र पाल(35 वर्ष) खाना खाने के लिए एक ढाबे पर रुका। वहां 107 रुपए खाने का बिल चुकाते वक्‍त उसके 100 रुपए और एक 10 का सिक्‍का दिया।

पहले हुई गाली गलौज और फिर मारपीट

ढाबा मालिक पूरन सिंह ने 10 का सिक्‍का लेने से साफ मना कर दिया। जब महेंद्र पाल ने कहा कि 10 का सिक्‍का तो सरेआम चल रहा है तब भी उसने नहीं लिया। इसी वजह से दोनों के बीच गाली-गलौज होने लगी और देखते ही देखते मारपीट की नौबत आ गई।

ढाबे के कर्मचारियों ने दिया मालिक का साथ

इस मामले में ढाबे के अन्‍य कर्मचारियों ने अपने मालिक का पक्ष लिया और महेंद्र को लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से मारा। इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस ड्राइवर महेंद्र को अस्‍पताल ले गई। वहां से डाॅक्‍टरों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया लेकिन रास्‍ते में ही उसकी मौत हो गई। इस वारदात के बाद ढाबा मालिक और कर्मचारी भाग निकले। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्‍या का मामला दर्ज कर लिया है।

...इसलिए होता है 10 के सिक्‍के पर विवाद

बीते कुछ महीनों से यूपी समेत कई प्रदेशों में दस के सिक्‍के को लेकर यह भ्रम ळै कि इसपर रोक लग गई है। ऐसे में लोगाें ने इसे लेने से ही इनकार कर दिया। दो महीने पहले दिल्‍ली और हिसार में दस रुपए के सिक्‍के बनाने की टकसाल पकड़ी गई तो लोगों का नकली सिक्‍के का शक और भी पुख्‍ता हो गया।

truck driver murdered over the issue of 10 rupee coin unacceptance. कानपुर स्थित एक ढाबे पर बिल का भुगतान करते वक्‍त दस रुपए का सिक्‍का नहीं लेने की बात इस हद तक बढ़ी कि इसमें विवाद हो गया और एक व्‍यक्ति की जाग चली गई।

कोई करेगा मना तो होगी कार्रवाई

कोई भी शख्‍स अगर 10 का सिक्‍का लेने से इनकार करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। आईपीसी की धारा 489A से लेकर 489E के तहत एक्‍शन लिया जा सकता है।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी साफ किया था कि दस के सिक्‍के पर कोई पाबंदी नहीं लगी है। आरबीआई के अनुसार, जिस व्‍यक्ति के पास चार से अधिक 10 के नकली सिक्‍के मिलते हैं उसके खिलाफ भी केस होगा।

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English summary
truck driver murdered over the issue of 10 rupee coin unacceptance.
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