तिरंगे में लिपटकर घर पहुंचा दीपक का पार्थिव शरीर, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
Kanpur News, कानपुर। जम्मू-कश्मीर के बडगांम जिले में 27 फरवरी को भारतीय वायुसेना का Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में यूपी के कानपुर जिले के दीपक पांडेय शहीद हो गए। गुरुवार देर शाम उनका पार्थिव शरीर कानपुर पहुंचा। शुक्रवार सुबह उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। हजारों लोगों की भीड़ ने इस दौरान भारत माता की जय के नारे लगाए, जिससे पूरा आकाश गूंज उठा। शहीद को सिद्धनाथ घाट पर अंतिम विदाई दी गई।
नम आंखों से दी अंतिम विदाई
दीपक पांडेय का पार्थिव शरीर गुरुवार की देर शाम को पैतृक गांव पहुंचा। शुक्रवार सुबह राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। शहीद के पार्थिव शरीर के साथ निकली अंतिम यात्रा में हजारों लोग उमड़े। लोगों की आंखों में आंसू, चेहरे पर गर्व और जुबान पर भारत माता की जय के नारे थे। जहां तक नजर जा रही थी लोगों की भीड़ ही नजर आ रही थी। इससे पहले शहीद के परिवार को सांत्वना देने के लिए डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्या पहुंचे। उन्होंने शहीद के परिजनों को 25 लाख रुपये का चेक सौंपा।
मौसेरे भाई ने दी मुखाग्नि
शहीद दीपक पांडेय के अंतिम दर्शन के बाद पार्थिव शरीर को मौसेरे भाई प्रकाश ने मुखाग्नि गंगा किनारे सिद्धनाथ घाट पर दी। इस दौरान शहीद दीपक पांडेय के गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इस दौरान घाट पर मौजूद युवाओं की भीड़ पाकिस्तान मुर्दाबाद, वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाते रहे।
2012 में वायु सेना में भर्ती हुआ था दीपक
चकेरी थानाक्षेत्र के मंगला विहार निवासी राम प्रकाश पांडेय निजी सुरक्षा कंपनी में गार्ड की नौकरी करते है। मां रमा पांडेय गृहणी है और इनका इकलौता बेटा दीपक पांडेय था। जिसकी शिक्षा हरजेंदर नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर से हुई और सितम्बर 2012 में वायु सेना में भर्ती हुआ था। मां ने बताया कि दीपक की पहली पोस्टिंग गुजरात के जामनगर में हुई थी। इसके बाद दूसरी पोस्टिंग श्रीनगर थी।
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