बीजेपी प्रवक्ता पर जूता फेंकने वाले शक्ति भार्गव पहुंचे अपने घर, बताई ये बातें
Kanpur news, कानपुर। बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हाराव पर जूता फेंकने वाले डॉ. शक्ति भार्गव को दिल्ली पुलिस कानपुर उनके घर शिव रतन अपार्टमेंट लेकर पहुंची। डॉ. शक्ति भार्गव ने कहा, 'मुझे दिल्ली पुलिस ने इसलिए गिरफ्तार नहीं किया, क्योंकि बीजेपी ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई थी। वह एफआईआर कराती तो मेरे उठाये मुद्दे चर्चा में आ जाते।
और क्या बोले शक्ति भार्गव?
डॉ. शक्ति भार्गव कानपुर में 801 नंबर फ्लैट में रहते हैं। डॉक्टर का कहना है उन्होंने बीआईसी के बंगले खरीदे थे, उसपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी, जिसके बाद वह सुप्रीम कोर्ट गए। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए, लेकिन फिर कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अगर वो गलत है तो उस पर कार्रवाई की जाए।
टैक्स चोरी के आरोपी हैं भार्गव
बता दें, शक्ति भार्गव टैक्स चोरी के आरोपी हैं। उनके खिलाफ आयकर विभाग दिसम्बर 2018 में छापामार कार्यवाही कर चुका है। कानपुर में भार्गव हॉस्पिटल चलाने वाले डॉ. शक्ति भार्गव ने केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय के आधीन आने वाली तीन बंद कपड़ा मिलों की जमीनें खरीदी थीं। आयकर विभाग की जांच में पता चला था कि कानपुर के बेहद पाॅश इलाकों में स्थित ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन के बंगले 5 करोड़, 2.40 करोड़ और 4.10 करोड़ रुपए यानि कुल साढ़े ग्यारह करोड़ में खरीदे गए थे, जबकि कीमत इससे कई गुना अधिक थी। डॉ. शक्ति भार्गव के बैंक खातों से बंगलों के लिए धनराशि का भुगतान किया गया। तीनों बंगलों को पत्नी, बच्चों और रिश्तेदार के नाम पर खरीदा जाना बताया गया था।
10 करोड़ की रकम का स्रोत नहीं बता सके थे भार्गव
आयकर विभाग ने रिश्तेदार के नाम खरीदे गए बंगले को विभाग बेनामी संपत्ति के लिहाज से भी देखा था। तब डॉ. शक्ति भार्गव करीब 10 करोड़ रुपए की रकम का स्रोत नहीं बता सके थे। आयकर जांच में शक्ति भार्गव और उसके भाई संजीव भार्गव की आठ फर्मों के जरिए मेडिकल से जुड़ा कारोबार करने की जानकारी मिली थी।
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