रक्षाबंधन पर भावुक हुई संजीत यादव की बहन रुचि, तस्वीर को बांधी राखी
कानपुर। लैब टेक्नीशियन संजीत यादव हत्याकांड के खुलासे के बाद से पुलिस पांडू नदी में शव की तलाश में जुटी है। लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी। हालांकि संजीत की बहन रुचि को उम्मीद थी कि उसके भाई को पुलिस जिंदा ढूंढकर कर नहीं ला पाई तो उसकी डेडबॉडी मिल जाएगी। आखिरी बार राखी बांध लूंगी। रक्षाबंधन के दिन तक रुचि अपने भाई की लाश का इंतजार करती रही। जब संजीत की लाश नहीं मिली तो संजीत की बहन रुचि ने उसकी फोटो को राखी बांधी।
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दरअसल, भाई-बहन के प्रेम की डोर एक धागे के रक्षासूत्र से बंधी होती है और प्रेम अनमोल होता है। मगर कानपुर के बर्रा 5 इलाके से एक ऐसी भी तस्वीर सामने आई है जिसे देखकर हर किसी की आंखें आंसुओं से भर आएगी। लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण और हत्या के बाद संजीत की बहन रुचि अपने भाई की फोटो लेकर रक्षाबंधन के दिन सुबह से ही आंसू बहा रही थी। उसकी बहन को अभी भी ये लग रहा है कि उसका भाई आएगा और वह उसके कलाई में राखी बांधेगी।
तस्वीर
को
लगाया
तिलक,
बांधी
राखी
संजीत
की
लाश
नहीं
मिली
तो
उसकी
बहन
रुचि
ने
तस्वीर
को
तिलक
लगाया
और
राखी
बांधी।
रुचि
ने
बताया
कि
संजीत
को
रक्षाबंधन
का
त्योहार
सबसे
ज्यादा
पसंद
था।
रक्षाबंधन
के
दिन
संजीत
तैयार
होकर
राखी
बंधाता
था,
इसके
बाद
वो
दोस्तों
के
साथ
घूमने
के
लिए
जाता
था।
रक्षाबंधन
के
दिन
वो
कुछ
न
कुछ
गिफ्ट
देता
था,
जब
संजीत
गिफ्ट
खरीद
कर
लाता
तो
छिपा
देता
था
और
राखी
बांधने
के
बाद
देता
था।
शव
बरामद
होने
की
थी
उम्मीद
संजीत
की
बहन
ने
कहा
कि
मुझे
इस
बात
की
उम्मीद
थी
कि
संजीत
का
शव
पुलिस
बरामद
कर
लेगी।
लेकिन
उसकी
लाश
तो
छोड़ो
हड्डियों
को
भी
नहीं
ढूंढ
पाई।
अगर
संजीत
का
शव
मिल
जाता
तो
उसके
हाथों
पर
आखिरी
बार
राखी
तो
बांध
लेती।
अब
संजीत
की
फोटो
को
राखी
बांधूंगी।
क्या
था
मामला
बर्रा
थाना
क्षेत्र
के
बर्रा
पांच
में
रहने
वाले
लैब
टेक्नीशियन
को
उसके
ही
दोस्तों
ने
बीते
22
जून
को
किडनैप
किया
था।
किडनैपरों
ने
चार
दिनों
तक
बंधक
बनाए
रखने
के
बाद
संजीत
की
हत्या
कर
दी
थी।
26
जून
को
देर
रात
शव
को
बोरे
में
भर
पांडू
नदी
में
डिस्पोज
कर
दिया
था।
किडनैपरों
ने
29
जून
को
संजीत
के
परिजनों
से
30
लाख
रुपए
फिरौती
की
मांग
की
थी।
पुलिस
ने
24
जुलाई
को
एक
महिला
समेत
पांच
अपहर्ताओं
को
गिरफ्तार
किया
था।