संजीत अपहरण एंड मर्डर केस: 6 दिन बाद भी नहीं मिला शव, अब पिता ने कही ये बात
कानपुर। लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के शव को गोताखोर और पीएससी फ्लड यूनिट की टीमें पिछले 6 दिनों से तलाशने में लगी हुई है। लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी। ऐसे में अब पुलिस अफसर आशंका जताने लगे हैं कि आरोपितों ने संजीत की लाश फेंकने को लेकर कहीं गुमराह तो नहीं किया। वहीं, अब संजीत के पिता ने कहा कि अगर उनके बेटे का शव नहीं मिलता है तो हम आत्महत्या कर लेंगे। इस बीच मंगलवार को फॉरेंसिक टीम ने उस मकान की जांच की, जहां पर अपहरण के बाद संजीत को रखा गया था।
पुलिस ने जताई गुमराह करने की आशंका
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण के बाद हत्या कर लाश खुले में फेंकने की बात पुलिसकर्मियों ने समझ से बाहर बताई है। हत्यारोपित इतने मूर्ख तो नहीं होंगे कि लाश को खुले में फेंककर उसके चार दिन बाद फिरौती मांगेंगे। उन्होंने इस बारे में जरूर गुमराह किया है। आशंका है कि लाश को हत्यारोपितों ने या तो कहीं दफन कर दिया है या फिर किसी सीवर आदि में ठिकाने लगाया है। नदी में फेंके जाने की बात गले नहीं उतर रही है।
फतेहपुर तक हो चुकी तलाश
पीएसी की दो प्लाटून फ्लड यूनिट तलाश में लगाई गई है। फत्तेपुर गोही लोहे के पुल से लेकर करीब 58 किलोमीटर दूर पांडु नदी में फतेहपुर जिले में गंगा के मिलान सिरे तक तलाश हुई। इस दौरान कई जगह जानवरों के शव मिले पर संजीत का कोई पता नहीं चला सका।
न्याय न मिला तो कर लेंगे आत्मदाह
संजीत की बहन रुचि और पिता चमनलाल ने कहा कि पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। पिता ने कहा कि मेरा बेटा का शव तो सामने लाओ। पिता के साथ बहन रुचि ने कहा कि मामले में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। न्याय नहीं मिला तो पूरा परिवार आत्मदाह कर लेगा।
क्या है पूरा मामला
22 जून की शाम को संजीत अपहरण कांड को अंजाम दिया गया था। इसके बाद 30 लाख रुपए की फिरौती भी मांगी गई थी। लेकिन संजीत का कोई अता-पता नहीं था और अभी भी किसी भी प्रकार की डेड बॉडी भी नहीं मिली है। पुलिस संजीत हत्याकांड को लेकर एक महिला सहित 5 हत्यारोपियों को गिरफ्तार करते हुए जेल भी भेज चुकी है। वहीं, शासन ने इस कांड को लेकर एसपी सहित एक सीओ, एक इंस्पेक्टर, एक एसआई को सस्पेंड भी किया है। वहीं, संजीत के पिता चमनलाल का कहना है कि पुलिस का ड्रामा है, क्योंकि अब तक डेड बॉडी को नहीं बरामद किया गया है।