राम मंदिर वहां था वहीं बनेगा, हमें पूरा विश्वास है: साध्वी निरंजन ज्योति
कानपुर। सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद को लेकर सुनवाई पूरी हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट अब 23 दिन के अंदर फैसला सुना सकता है। इससे पहले अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर दावों और बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है। केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, ''हमें पूर्ण विश्वास है कि जो वहां सबूत निकले हैं वो राम मंदिर होने के सबूत हैं, राम जन्मभूमि के अवशेष हैं। मेरा तो यही मानना है कि हम लोग संविधान और न्यायालय का सम्मान करते हैं। न्यायालय का जो भी फैसला आएगा मान्य होगा। हमें पूर्ण विश्वास है कि वहां रामलला का मंदिर बनेगा।''
'दिवाली से पहले आएगा फैसला'
सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन ने सुनवाई के दौरान हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह से मिले नक्शे को फाड़ दिया था। इसपर साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि न्यायालय के सामने इस तरह नक्शा को फाड़ना न्यायालय की अवमानना है, मैं इसे अच्छा नहीं मानती। वहीं, दीवाली से पहले राम मंदिर निर्माण शुरू होने के मामले पर पूछे गए सवाल पर साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि हम लोग नहीं, बल्कि पूरा देश चाहता है। होना तो ये चाहिए था कि सभी पक्षों को बैठकर राम मंदिर निर्माण के लिए जगह दे दी जाती और राम मंदिर निर्माण शुरू हो जाता, लेकिन मामला न्यायालय में है। हमें पूरी उम्मीद है कि राम मंदिर बनेगा, हमें पूरा भरोसा है कि दिवाली से पहले फैसला आएगा और हम हर्ष उल्लास के साथ दिवाली मनाएंगे।
'राम मंदिर वहां था, वहीं बनेगा'
साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, मेरा मानना है कि रामलला वहां पैदा हुए थे, बाबर ने वहां मस्जिद बनाई थी जिसके सभी सबूत न्यायालय में पेश किये गए हैं। न्यायालय का फैसला आएगा, रामलला वहां पैदा हुए थे। राम जन्मभूमि है, राम मंदिर वहां था, वहीं बनेगा। होना ये चाहिए था कि सर्व सम्मति से राम मंदिर को सौंप देना चाहिए था।