तेजस एक्सप्रेस का कानपुर में शुरू हुआ विरोध, सीएम योगी ने दिखाई थी हरी झंडी
कानपुर। देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस लखनऊ से शुक्रवार को रवाना होने के बाद करीब 10 बजे कानपुर रेलवे जंक्शन पहुंच गई। कानपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद रेलवे मेंस यूनियन के कर्मचारियों ने प्लेटफार्म पर ही तेजस का विरोध शुरू कर दिया। कर्मचारी तेजस एक्सप्रेस के निजीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे थे। बता दें कि शुक्रवार को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने तेजस एक्सप्रेस को चारबाग जंक्शन पर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन हफ्ते में 6 दिन लखनऊ से दिल्ली के बीच चलेगी।
देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस में पैसेंजरों के लिए विमानों जैसी सुविधाएं हैं। इस स्पेशल ट्रेन की संख्या है 82501/82502। ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से लखनऊ के बीच हफ्ते में छह दिन चलेगी। रेल संख्या 82501 लखनऊ के दिल्ली की यात्रा 6 घंटे 15 मिनट में पूरी करेगी। वहीं रेल संख्या 82502 नई दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस 6 घंटे 30 मिनट का समय लेगी। पीयूष गोयल के नेतृत्व वाले भारतीय रेलवे के इस नए प्रयोग की सफलता निजी ऑपरेटरों के लिए भारत में रेल चलाने का मार्ग प्रशस्त करेगी। रेलवे बोर्ड ने पहले ही जोनल रेलवे से दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा सहित 50 प्रमुख मार्गों पर निजी रेल चलाने पर विचार करने के लिए कहा है।
तेजस एक्सप्रेस में वातानुकूलित सीट वाली शताब्दी एक्सप्रेस से अधिक बेहतर सुविधाएं प्रदान होंगी। आईआरसीटीसी की इस नई तेजस एक्सप्रेस रेल की कई खास विशेषताएं हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसके यात्रियों को प्रति घंटे के आधार पर किसी भी देरी के लिए भुगतान किया जाएगा। प्रत्येक यात्री को 25 लाख रुपये का मुफ्त बीमा भी दिया जाएगा।