टैक्स के रूप में DGGI को 54 करोड़ का पीयूष जैन ने किया भुगतान, इस मामले में हो सकती है सजा
कानपुर, 25 मई: इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित ठिकानों से डीजीजीआई को 'अकूल दौलत' के साथ-साथ 23 किलो गोल्ड भी बरामद हुआ था। अकूत दौलत बरामद होने के बाद से ही पीयूष जैन कानपुर स्थित जिला जेल में बंद है। मंगलवार 24 मई को पीयूष जैन की जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान पीयूष जैन के वकील ने कोर्ट को बताया कि उनके मुवक्किल ने डीजीजीआई की अहमदाबाद इकाई के खाते में 54 करोड़ रुपए जमा किए हैं।

54 करोड़ रुपए जमा होने की पुष्टि डीजीजीआई के वकील अंबरीश जैन ने भी की। तो वहीं, पीयूष जैन के वकील ने कोर्ट में कहा कि कस्टम पेनाल्टी के रूप में 4.37 करोड़ रुपए और जमा करने को तैयार है। कहा कि पीयूष जमानत की शर्तों का पालन करेगा। हालांकि, डीआरआई (डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस) की ओर से इसके विरोध में आपत्ति दाखिल करने के लिए दोबारा जवाब दाखिल करने का समय मांगा। इस पर जिला जज मयंक कुमार जैन ने अगली सुनवाई के लिए दो जून की तारीख दी है।
रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जा रहा है कि तस्करी का सोना खरीदने के मामले में पीयूष जैन को सजा भी हो सकती है। दरअसल, पीयूष जैन के घर से 23 किलो गोल्ड मिला था, जिस पर विदेश मुहर अंकित थी। इसकी जांच सेंट्रल रेवेन्यू कंट्रोल लेबोरेट्री (सीआरसीएल) नई दिल्ली से कराई गई थी, जिसकी जांच रिपोर्ट 12 मई को आ गई थी। जांच रिपोर्ट ऐसा दावा किया गया है कि पीयूष जैन के घर से जब्त किया गया सोने में 99.83 फीसदी शुद्धत पाई गई है। इस तरह का सोना केवल विदेश में ही मिलता है।
पीयूष ने बताया किससे खरीदा था सोना
पीयूष जैन ने पूछताछ में कैलाश नाम के व्यक्ति का जिक्र किया है। पीयूष ने बताया कि कैलाश से उसने सोना खरीदा था। अब इस व्यक्ति से पूछताछ की जा सकती है। बता दें कि पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित ठिकानों पर पिछले साल दिसंबर में छापे पड़े थे। इसमें करीब 196.45 करोड़ रुपये कैश मिला था। छापेमारी में ही 23 किलो सोने के बिस्कुट भी मिले थे।
छापेमारी में ये हुआ था बरामद
इसके अलवा 600 किलो चंदन का तेल मिला था। बता दें कि मार्च में डीजीजीआई ने 334 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी, जिसके मुताबिक, पीयूष जैन का घर किसी भूल-भुलैय्या से कम नहीं था। छापेमारी के दौरान डीजीजीआई और इनकम टैक्स विभाग की टीम को पीयूष के घर में कई रहस्यमस कमरे, बेसमेंट और अलमारियों के पीछे छोटे-छोटे गुप्त दरवाजे मिले थे। डीआरआई के वकील अंबरीश टंडन ने बताया कि पीयूष जैन ने 10-12 साल पहले अपने घर पर बंकर बनवाये थे ताकि पैसा और गोल्ड उनमें छिपा सके।