कानपुर: सिपाही के पति ने मकान मालिक की पत्नी और दो बच्चों को जिंदा जलाया, गिरफ्तार
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में रविवार रात महिला सिपाही के पति ने पार्षद मकान मालिक की पत्नी व दो बच्चों को पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। तीनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सोमवार को तीनों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने हाईवे पर ट्रक के आगे कूदकर जान देने की भी कोशिश की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी का कहना है कि आरोपी के डिप्रेशन में होने की बात सामने आ रही है। आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने कहा कि घटना दर्दनाक है। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला ?
अकबरपुर कोतवाली में तैनात महिला सिपाही ऊषा प्रजापति अपने पति अवनीश के साथ नेहरू नगर में पार्षद जितेंद्र कुमार के मकान में किराए पर रहती है। ऊषा मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं। जून 2020 में उन्होंने यहां किराए पर कमरा लिया था। बीते रविवार को अवनीश ऊषा को थाने छोड़ने गया। आरोप है कि वापस आकर उसने बोतल में भरे पेट्रोल को मकान मालिक जितेंद्र यादव की पत्नी अर्चना, बेटी हर्षिता (5) व 15 महीने का बेटा हनु पर डालकर दिया और आग लगा दी। आग की लपटों में घिरी पत्नी और बच्चों को बचाने दौड़े जितेंद्र भी झुलस गए। चीख-पुकार सुनकर इसी मंजिल पर किराए पर रहने वाली दूसरी महिला सिपाही अर्चना मौके पर पहुंची तो अवनीश ने उसपर भी हमला कर दिया और मौके से भाग निकला।
पत्नी और दोनों बच्चों की मौत
आरोपित अवनीश ने जीतेंद्र की कार में भी आग लगा दी। स्थानीय लोगों ने किसी तरह कार में लगी आग पर काबू पाया। उधर, जीतेंद्र के पिता रिटायर्ड दरोगा कैलाशनाथ ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। सूचना मिलते ही डीएम डॉ. दिनेश चंद्र और एसपी केशव कुमार चौधरी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पार्षद की पत्नी, दोनों बच्चों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सोमवार को तीनों की मौत हो गई। कहा जा रहा है कि आरोपी अवनीश डिप्रेशन में है। इस मामले मेंआईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है, उसके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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