कानपुर एनकाउंटर केस: पुलिस मुठभेड़ में विकास दुबे का साथी दया शंकर गिरफ्तार, 25 हजार का था इनामी
कानपुर। चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। वहीं, इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे करीब 56 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस पकड़ से दूर है। इस बीच यूपी पुलिस ने पुलिस टीम पर हुए हमले में शामिल और विकास दुबे के एक साथी दया शंकर अग्निहोत्री को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। दयाशंकर अग्निहोत्री पुलिस टीम पर हुए हमले के दौरान विकास के साथ था और उसपर पूर्व में 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। बता दें कि पुलिस ने अग्निहोत्री को कानपुर के कल्याणपुर थानाक्षेत्र में रविवार की सुबह करीब पौने पांच बजे हुई मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है।
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मुठभेड़ के बाद पुलिस ने पकड़ा
जानकारी के मुताबिक, कानपुर पुलिस को सूचना मिली कि बिकरू गांव में पुलिसकर्मियों पर हुए हमले में शामिल विकास दुबे का साथी दया शंकर अग्निहोत्री कल्याणपुर इलाके में छुपा हुआ है। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने इलाके को घेर लिया और उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। इस दौरान उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी और भागने का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों ने भी अपनी जान की परवाह किए बिना पुलिस ने भी उसपर फायरिंग की। इस मुठभेड़ में दया शंकर अग्निहोत्री पुलिस की गोली से घायल हो गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। बदमाश के पास से पुलिस ने एक तमंचा और अन्य सामान भी बरामद किया है।
अस्पताल में चल रहा है इलाज
दुर्दांत विकास दुबे के साथी दया शंकर अग्निहोत्री के पकड़े जाने की पुष्टि पुलिस अधिकारियों ने की है। पुलिस की मानें तो मुठभेड़ में घायल दयाशंकर अग्निहोत्री को फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा पुलिस टीम के जवान दयाशंकर से उसके अन्य साथियों का पता लगाने के लिए पूछताछ करने की कोशिश कर रहे हैं। दयाशंकर के अन्य साथी और हमले का मुख्य आरोपी विकास दुबे अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, ऐसे में इन सभी की तलाश के लिए एसटीएफ समेट यूपी पुलिस की करीब 100 टीमों को लगाया गया है।
75 जिलों में किया अलर्ट जारी
दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और उसके गैंग के लोगों को पकड़ने के लिए डीजीपी ने 75 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। इतना ही नहीं, डीजीपी ने एडीजी क्राइम के एस प्रताप कुमार को विकास दुबे से जुड़े मुकदमे और उसकी गिरफ्तारी के लिए चल रहे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अलावा एडीजी एलओ प्रशांत कुमार, आईजी एसटीएफ अमिताभ यश भी ऑपरेशन से जुड़े हुए हैं। बहराइच, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, बुलंदशहर, नोएडा, पीलीभीत, श्रावस्ती और बलरामपुर के कप्तानों से भी संपर्क रखने को कहा गया है।
नेपाल भागने की भी आशंका
आजतक ऑनलाइन की खबर के मुताबिक, दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के नेपाल भागने की भी आशंका जताई जा रही है। इसके लिए लखीमपुर खीरी पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया है। लखीमपुर खीरी की एसपी पूनम ने मीडिया से बातचीत में बताया, 'विकास दुबे को लेकर नेपाल बॉर्डर पर अलर्ट कर दिया गया है। यहां नेपाल से जुड़ी 120 किमी की सीमा है, चार थाने हैं, हर जगह फोटो चस्पा कर दी गई है। एसएसबी के अधिकारियों से बात हो गई है। जिले के बॉर्डर पर भी अलर्ट है और जांच की जा रही है।'