PCS-J: पहली ही कोशिश में बन गईं जज, बोली- ये मेरा टैलेंट नहीं श्री कृष्ण की कृपा है
कानपुर। कानपुर में भी कृष्ण की ऐसी दीवानी भक्त है जो पीसीएस जे में सिलेक्शन के बाद जज तो बन गई है, लेकिन वे आम छात्रों की तरह इसमें अपना कोई टैलेंट नहीं मानती, बल्कि इसे सिर्फ और सिर्फ भगवान कृष्णा की ही कृपा मानती है। पीसीएस जे में 220 रैंक लाने वाली कानपुर की श्वेता यादव भगवान कृष्ण की इतनी बड़ी भक्त हैं कि वे महीनों वृंदावन में गोपी की तरह भगवान कृष्ण की सेवा करती हैं। अब अपने जज बन जाने में खुद का कोई भी टैलेंट नहीं मानती हैं, वे और उनका पूरा परिवार इसे सिर्फ भगवान कृष्ण की कृपा ही मानता है।
टैलेंट तो सभी बच्चों में होता है, लेकिन...
श्वेता का कहना है टैलेंट तो सभी बच्चों में होता है, लेकिन सफलता उसी को मिलती है जिसको कृष्ण देना चाहते हैं। कृष्ण न्याय के सबसे बड़े देवता हैं, उन्होंने महाभारत में भी न्याय किया था। श्वेता का कहना है परीक्षा में तो मुझसे भी ज्यादा टैलेंटेड बहुत छात्र थे, लेकिन मेरे भगवान कृष्ण के फैक्टर ने मुझे जज बनवा दिया है। जबकि श्वेता के पिता तो इससे भी आगे बढ़कर कहते है इसमें ज्यादा खुश होने की बात नहीं है, ये तो कृष्ण ने जिम्मेदारी दी है।
श्वेता का परिवार भी है कृष्ण का भक्त
श्वेता का पूरा परिवार भगवान राधा कृष्ण का भक्त है। वे महीनों वृंदावन में कृष्ण सेवा करते हैं। इस्कॉन मंदिर में रहते हैं, श्वेता के पिता किशन सिंह यादव प्रापर्टी डीलर हैं। श्वेता का भाई इंजिनियर है। श्वेता कंपनी सेक्रेटरी बन चुकी थीं, लेकिन इस बार उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में पीसीएस जे की मेरिट में भगवान् राधाकृष्ण की कृपा से 220वां स्थान पाया है। उनकी ये रैंक इसलिए और महत्वपूर्ण है कि यादव होते हुए भी श्वेता ने आरक्षण कोटा नहीं भरा था, उन्हें अपने भगवान कृष्ण पर इतना भरोसा था कि आरक्षण की पात्रता होते हुए भी सामान्य कोटे से परीक्षा दी और जज में सिलेक्ट हो गईं।
कंपनी सेक्रेटरी से बनीं जज
श्वेता ने आर्मी स्कूल से हाइस्कूल और इंटर किया था, जबकि कानपुर के क्रिश्चन कॉलेज क्राइट चर्च से ग्रेजुएशन किया, फिर कंपनी सेक्रेटरी भी बन गईं। आज आलम ये है जब पीसीएस जे हो या अन्य कोई परीक्षा सबमें सफलता पाने वाले छात्र सफल होने पर इसका श्रेय अपनी मेहनत कोचिंग के गुरु और मां बाप को देते हैं, लेकिन श्वेता ने सबसे अलग अपनी सफलता की डोर सिर्फ भगवान कृष्ण से बांध रखी है।
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