कानपुर अपहरण कांड: फिरौती की रकम लेने के बाद दोस्तों ने की लैब टेक्नीशियन की हत्या, शव नदी में फेंका
कानपुर। 22 जून को किडनेप हुए लैब टेक्नीशियन संजीत यादव अपहरण मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। संजीत यादव का अपहरण फिरौती के लिए उसके दो दोस्तों ने अपने साथियों के साथ मिलकर किया था। इतना ही नहीं, उन्होंने 26 जून को संजीत यादव की हत्या कर शव को पांडु नदी में फेंक दिया था। संजीत की हत्या करने के बाद आरोपियों ने उसके परिजनों से 30 लाख रुपए की फिरौती भी मांगी थी। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने पुलिस कहने पर 30 लाख रुपए की फिरौती की रकम भी दे दी थी, लेकिन संजीत नहीं मिला। गुरुवार रात पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दोस्त कुलदीप, रामबाबू समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
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परिजनों ने कहा-पुलिस के कहने पर दिए थे फिरौती के 30 लाख
लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की हत्या की जानकारी मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुराहाल है। संजीत की बहन चिल्ला-चिल्लाकर कहती रही कि थानेदार, चौकी प्रभारी और पुलिस अधीक्षक ही मेरे भाई की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। दरअसल, कानपूर के बर्रा इलाके में रहने वाले संजीत यादव का 22 जून को अपहरण हो गया था। अपहरण करने वालों ने घरवालों से 30 लाख की फिरौती मांगी। परिजनों ने बर्रा पुलिस से लेकर एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता तक गुहार लगाई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस संजीत को छुड़ाने के लिए फिरौती देने के लिए बोली। पुलिस के कहने पर परिजनों ने घर-जेवर सब बेचकर पैसे एकत्रित कर फिरौती दिलवा दी, लेकिन संजीत को न छुड़वा पाई और ना ही अपराधियों को पकड़ पाई।
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26 जून को संजीत की हत्या कर शव नदी में फेंका
संजीत की बहन रुचि ने पुलिस अधिकारियों पर धोखा करने का आरोप लगाते हुए उनको जेल भेजे जाने की मांग की। वहीं, दूसरी ओर कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कुलदीप संजीत के साथ सैंपल कलेक्शन का काम करता था। उसने रतनलाल नगर में किराये पर कमरा ले रखा है। 22 जून की रात शराब पिलाने के बहाने वह संजीत को अपने कमरे पर लाया। इसके बाद उसे बंधक बना लिया। चार दिन तक बेहोशी के इंजेक्शन देकर उसे बंधक बनाए रखा। इसके बाद 26 जून को कुलदीप ने अपने दोस्त रामबाबू और तीन अन्य के साथ मिलकर संजीत की हत्या कर दी। इसके बाद कुलदीप शव को अपनी कार में रखकर पांडु नदी में फेंक आया।
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कोई फिरौती की राशि नहीं दी गई: IG
तीन दिन बाद 29 जून की शाम को संजीत के पिता चमन सिंह यादव को फोन कर फिरौती मांगी गई। एसएसपी ने बताया कि गुरुवार रात पुलिस ने संजीत के दोस्त कुलदीप, रामबाबू समेत पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उनके द्वारा 26-27 जून को पीड़ित की हत्या कर दी गई थी और शव को पांडु नदी में बहा दिया गया था। शव को बरामद करने के लिए टीमें बनाई गई हैं। वहीं, कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि पीड़ित (संजीव यादव) के रिश्तेदार दावा कर रहे हैं कि उन्होंने अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपए की फिरौती दी है। अब तक की जांच के अनुसार, हमने पाया कि कोई फिरौती की राशि नहीं दी गई है, फिर भी हम सभी कोणों से मामले की जांच कर रहे हैं।
बर्रा थाना प्रभारी को एसएसपी ने किया था निलंबित
गौरतलब है कि लापरवाही के आरोपों के बाद एसएसपी दिनेश कुमार ने बर्रा थानेदार रणजीत राय को सस्पेंड कर दिया था। साथ ही संजीत को जल्द मुक्त कराने का दावा किया था। पुलिस फिर भी कुछ नहीं कर पाई। अब हत्या के खुलासे के बाद पुलिस पांडु नदी में गोताखोरों की मदद से संजीत के शव की तलाश करा रही है। बता दें कि पुलिस के फिरौती दिलाने की खबरों के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक ने ट्वीट किए थे। अखिलेश यादव ने गुरुवार को भी ट्वीट कर संजीत की सकुशल वापसी की कामना की थी।