STF की जांच में हुआ सनसनीखेज खुलासा, थाने से फोन कर कटवाई गई थी विकास के गांव की बिजली
कानपुर। 2 जुलाई की देर रात चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। वहीं, इस हत्याकांड की जांच में एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे हो रहे है। शनिवार को एसटीएफ की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि 2 जुलाई की देर रात जब पुलिसकर्मी विकास दुबे के घर दबिश देने जा रहे थे, इसी बीच बिकरू गांव की बिजली काट दी गई थी। इसके बाद गांव में अंधेरा हो गया था। पुलिस को लोकेशन समझ में नहीं आ रही थी, इसी दौरान पुलिस विकास दुबे गैंग का शिकार हो गई।
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गहरी साजिश की ओर इशारा
पुलिस दबिश के समय अचानक बिजली कटने की वजह का पता एसटीएफ लगा रही है। एसटीएफ ने इलाके के लाइनमैन से जब इस बारे में बात की तो उन्हें जो जवाब मिला वो गहरी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चौबेपुर थाने से फोन कर किसी ने उस वक्त गांव की बिजली कटवाई थी। दरअसल, चौबेपुर थाने के एक सिपाही ने कानपुर देहात के रसूलाबाद पावर हाउस में फोन किया था। वहां से कॉल शिवली पावर हाउस ट्रांसफर की गई। तब सिपाही ने बिजली काटने के लिए कहा। इस मामले की जानकारी होने के बाद एसटीएफ सक्रिय हो गई है।
तथ्य स्पष्ट होने के बाद ही होगी आगे की कार्रवाई
बता दें कि, एसटीएफ ने सब स्टेशन के एसडीओ और एक अन्य कर्मचारी को हिरासत में ले लिया है, और उनसे पूछताछ कर रही है। लाइनमैन को जिस नंबर से कॉल आया था, उसका भी पता चल गया है, अब पुलिस उस कॉल की जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, सिपाही से एसटीएफ ने पूछताछ की है। एसटीएफ ने पावर हाउस के अधिकारियों से बिजली कटने और सप्लाई शुरू होने का समय लिखित में मांगा है। एसटीएफ अब जांच कर रही है कि दबिश में बदमाशों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया या बदमाशों को उजाले का फायदा न मिले, इसलिए बिजली कटवाई गई। ये तथ्य स्पष्ट होने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
पुलिसकर्मियों के शवों का जलाने के प्रयास में थे वो
कानपुर के चौबेपुर मुठभेड़ में बदमाशों ने बड़ी साजिश की थी। वो पुलिसकर्मियों को मारकर शव जलाने के प्रयास में थे। इसीलिए एक के ऊपर एक रखकर शवों के ढेर लगा दिए थे। पुलिस की गाड़ियों को भी फूंकने की तैयारी थी। मगर तभी भारी पुलिस बल पहुंच गया और बदमाश फरार हो गए। गांव की सड़कें खून से रंगी थीं। हालात बयां कर रहे थे कि किस कदर पुलिसकर्मियों पर बर्बरता हुई है।