कानपुर शूटआउट: बिकरू गांव पहुंची SIT की टीम, गांव वालों से की पूछताछ
कानपुर। बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की जांच शुरू हो गई है। इस कड़ी में अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में रविवार की सुबह स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) कानपुर देहात के बिकरू गांव पहुंची। इस दौरान एसआईटी की टीम ने विकास दुबे के घर का मुआयना किया। साथ ही गांव वालों से अलग-अलग पूछताछ शुरू की।
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आईपीएस जे. रविंद्र ने घटना से जुड़े हर बिंदु की गहन पड़ताल करने के साथ ही सीओ के मारे जाने वाले स्थल और पांच सिपाही के मारे जाने वाली जगह का बारीकी से निरीक्षण किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसआईटी की ये टीम कानपुर शूटआउट के अलावा, विकास दुबे के पुलिसिया कनेक्शन के सभी बिंदुओं पर भी जांच करेगी। एसआईटी को कहा गया है कि वो ये जांच करे कि विकास दुबे के खिलाफ दर्ज एफआईआऱ में क्या-क्या कदम उठाए गए थे। दरअसल, स्थानीय पुलिस पर विकास दुबे को ढील देने का आरोप है।
एसआईटी विकास दुबे के आपराधिक और आर्थिक मजबूती के मददगारों को तलाशने में जुटी है। इतना ही नहीं, एसआईटी पिछले एक साल में विकास दुबे और उसके करीबियों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड चेक करेगी, जिससे यह पता चल जाएगा कि मारे गए गैंगस्टर की किस-किससे और कब-कब बात हुई। कॉल डिटेल से विकास के नेटवर्क की निगरानी होगी और पूरे नेक्सस खुलासा किया जाएगा। इस जांच की जद में पुलिस, प्रशासन, उद्योगपति जगत में विकास के करीबियों को लाने की तैयारी है।
दरअसल, योगी आदित्यनाथ सरकार ने शनिवार को ही स्थानीय पुलिसकर्मियों और गैंगस्टर विकास दुबे की मिलीभगत की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित इस एसआईटी (SIT) में एडीजी हरिराम शर्मा व डीआइजी जे रवींद्र गौड सदस्य हैं। इस टीम को 31 जुलाई तक रिपोर्ट देनी है। घटना से जुड़े कई बिंदुओं पर एसआईटी सिलसिलेवार पड़ताल करने के लिए सबसे पहले बिकरू गांव आई है।
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