प्रेमिका से शादी करने के लिए पत्नी-बेटे को पति ने उतारा मौत के घाट, ऐसी हालत में मिले शव
कानपुर। कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र से 24 दिसंबर को रहस्यमय ढंग से लापता हुए मां-बेटे की हत्या कर दी गई। इस घटना का खुलासा करते हुए कानपुर पुलिस ने महिला के पति और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की मानें तो आरोपी पति दूसरी युवती से प्रेम विवाह करना चाहता था, इसलिए आरोपी ने अपनी पत्नी और बेटे की साथियों के साथ मिलकर बेरहमी हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों के शव कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र में फेंक दिए थे।
आठ साल पहले सुमन से किया था प्रेम विवाह
जानकारी के मुताबिक, एसपी साउथ रवीना त्यागी ने बताया कि हंसपुरम में किराए पर रहने वाले अमित वर्मा ने राजीव विहार की सुमन (26) से आठ साल पहले प्रेम विवाह किया था। दोनों के छह साल का बेटा निश्चय था। दो साल पूर्व अमित के देवकी नगर में रहने वाली एक लड़की से प्रेम संबंध हो गए। वह उससे शादी करना चाहता था, लेकिन पत्नी और बेटे के होते उसे रास्ता नहीं सूझ रहा था। इस पर उसने देवकी नगर निवासी दोस्त संजय शर्मा से चर्चा की तो उसने दोनों को रास्ते से हटाने को कह दिया। इसके बाद दोनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची।
पहले पिलाई शराब
उन्होंने कबीर नगर निवासी लोडर चालक गुड्डू मिस्त्री को भी शामिल किया। साजिश के तहत ही 23 दिसंबर 2018 को संजय और अमित ने मूलगंज से एसिड खरीदा। 24 दिसंबर की सुबह प्रयागराज घुमाने के बहाने पत्नी और बेटे को लेकर रामादेवी पहुंचा। कुछ देर बाद गुड्डू मिस्त्री और संजय पहुंचे। अमित ने पत्नी को बताया कि संजय उसका मिलने वाला है। वह प्रयागराज जा रहा है। पत्नी के राजी होने पर अमित पत्नी और बेटे को लेकर पीछे बैठ गया। रास्ते में ढाबे पर शराब पीने के बाद खाना खाया और ठंड का बहाना करके सुमन को भी शराब पिला दी।
बेटे निश्चय का सिर दीवार में दे मारा
रात करीब दो बजे कौशांबी के कोखराज थाना क्षेत्र में पहुंचकर सन्नाटे में लोडर खड़ा कर दिया। इसके बाद गुड्डू और संजय भी पीछे डाले में पहुंच गए। तीनों ने सुमन को पकड़ने के बाद उस पर तेजाब डाल दिया। सुमन चीखी तो अमित ने मुंह दबा दिया। दम घुटने से उसकी मौत हो गई। लाडपुर पुलिया के पास हाईवे के किनारे उसका शव फेंक दिया। इसके बाद संजय ने बेटे निश्चय का सिर दीवार में दे मारा, जिससे वह भी तड़पकर मर गया। उसके कपड़े उतारने के बाद शव को पुलिया से एक किमी दूर फेंकने के बाद सभी प्रयागराज चले गए और अगले दिन लौटे। इसके बाद अप्रैल में अमित ने प्रेमिका से शादी कर ली और हंसपुरम में ही रहने लगा।