कानपुर: बाल संप्रेक्षण गृह से पांच कैदी फरार, कटी मिली लोहे की ग्रिल
Kanpur news, कानपुर। कानपुर में नौबस्ता के बौद्ध नगर स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से रविवार रात करीब तीन बजे पांच किशोर बंदी फरार हो गए। जानकारी के अनुसार, कमरे के पीछे की खिड़की का जाल तोड़कर लड़के भागे हैं। फरार लड़कों में तीन कानपुर, एक बिहार व एक फतेहपुर के रहने वाले हैं। सोमवार की सुबह बाल सुधार गृह में केयर टेकर ने बाल बंदियों की गिनती की तो पांच कम मिले। केयर टेकर ने पहले बाथरुम व अन्य स्थानों पर तलाश कराई, लेकिन पांच बाल बंदियों का पता नहीं चला। इसपर सुधार गृह में अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस और अधिकारियों को दी गई सूचना
पुलिस और उच्चाधिकारियों को घटना जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की और पूछताछ करने पर सुधार गृह में कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ। फरार बाल बंदियों में एक फतेहपुर, एक नवाबगंज, एक कोहना क्षेत्र, एक सचेंडी व एक बिहार का है। इनमें तीन बाल बंदी चोरी, एक बंदी किशोरी को भगाने व एक को मारपीट के मामले में बाल सुधार गृह में रखा गया था। नौबस्ता थाना प्रभारी समर बहादुर ने बताया कि पांच बाल बंदी के फरार होने की छानबीन कराई जा रही है।
तीन दिन पहले बंदियों में हुई थी मारपीट
बाल सुधार गृह में तीन दिन पहले बाल बंदियों के बीच आपस मे मारपीट हुई थी। इसमें एक किशोर के चेहरे पर काफी चोट आई थी और उसे उर्सला अस्पताल में भर्ती कराए गया था। आशंका जताई जा रही कि आपसी मारपीट व कर्मचारियों की कार्यशैली से परेशान होकर बाल बंदी भागे हैं। इस बात को लेकर पुलिस छानबीन कर रही है कि बाल बंदियों के पास लोहे की ग्रिल काटने के लिए आरी कहां से आई।
लोहे की जाली को काट फरार हुए कैदी
स्थानीय लोगों के मुताबिक, बल सुधार गृह में आज भोर के वक्त जेल में बनी जाली को काट कर पांच बाल कैदियों ने चादर लटका कर पीछे पेड़ पर उतरे और भागने में कामयाब हो गए। वहीं, जब सभी बाल कैदियों की गिनती शुरू हुई तो हड़कंप मच गया, जिसके बाद जेल प्रशासन ने बाल कैदियों की भागने की खबर स्थानीय नौबस्ता थाना पुलिस को दी, मौके पर पहुंची पुलिस भागे बाल कैदियों की तलाश में जुट गई है।
पहले भी फरार हो चुके हैं बंदी
बता दें, ये कोई पहला वाक्या नहीं जब नौबस्ता बल सुधार गृह से बाल कैदी भागे हों।स्थानीय लोगों का कहना है कि जेल में बंद बाल कैदी पूरे दिन हंगामा करते हैं। सड़क पर निकलने वाली महिलाओं पर छीटाकशी करते हैं। कैदियों के परिजन पीछे से आए दिन खाने पीने का सामान जेल के भीतर पहुंचाते है, जिसकी शिकायत भी लोगों ने की, लेकिन सुधार गृह की तरफ से कोई एक्शन ही नहीं लिया गया, जिसकी वजह से आज ये घटना हुई।
ये भी पढ़ें: खेत में प्रेमी से मिलने पहुंची प्रेमिका, पीछे से आ गए पिता-भाई और फिर...