कानपुर: यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन के बीच डॉक्टर और स्टाफ नर्स ने कहा- नहीं लगवाना टीका
coronavirus vaccine, कानपुर। वैक्सीनेशन अभियान उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के साथ शुरू हो गया है। तो वहीं, कानपुर के कमिश्नर और डीएम ने काशीराम अस्पताल में फीता काटकर टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। इस बीच कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के भोगनीपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत पुखराया सीएससी में चौंका देने वाली तस्वीर सामने आई है।
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दरअसल, भोगनीपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत पुखराया सीएससी महिला स्टाफ नर्स गीता और महिला डॉक्टर प्रियंका ने सीएससी परिसर में हाई वोल्टेज ड्रामा शुरु कर दिया। दोनों ने वैक्सीन लगाने से साफ इंकार कर दिया है। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब मेरा मन नहीं था, इसलिए हमने कोरोना वैक्सीन लगाने से मना कर दिया।
उधर, कानपुर के काशीराम अस्पताल में सीएमओ डॉ अनिल मिश्रा ने सबसे पहले टीका लगवाया। टीकाकरण के बाद कमिश्नर ने सीएमओ को सर्टिफिकेट भी दिया। तो वहीं, हैलट अस्पताल में डॉ. नीलिमा वर्मा ने पहला टीका लगवाया। पहले दिन टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को एसएमएस और फोन कर वैक्सीनेशन की सूचना दी गई। सुबह दस बजे से सभी को टीकाकरण के लिए बुलाया गया था। तय समय पर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ सेंटरों पर पहुंच गए।
इस दौरान शाहजहांपुर में भावलखेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना का पहला टीका डा. गौरव गुप्ता को लगाया गया। वह पूरी तरीके से माइंडमेकप थे। किसी भी तरीके की घबराहट उनके अंदर नहीं थी। उनसे बातचीत की गई तो बताया कि वह पूरी तरीके से प्रशिक्षित हैं और उनके मन में वैक्सीन को लेकर कोई भी संशय नहीं था। बताया कि उन्होंने बेहिचक टीका लगवाया है और साथ ही उन्होंने अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी बताया कि टीका लगने के बाद किसी भी तरीके की घबराहट नहीं महसूस हुई। वह इस वक्त 30 मिनट के लिए आराम कर रहे हैं।
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