जोशी की एक चिट्ठी से हुआ 'भाजपा के तीन धरोहर, अटल आडवाणी मुरली मनोहर' युग का अंत
Kanpur News, कानपुर। भारती जनता पार्टी के बारे में ऐसा कहा जाता था कि भाजपा के तीन धरोहर, अटल, आडवाणी और मुरली मनोहर। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में इस युग का अंत हो चुका है। अटल नहीं रहे और इस बार आडवाणी और मुरली मनोहर को पार्टी से टिकट नहीं मिला। दरअसल पार्टी के जिन दिग्गज नेताओं की उम्र 75 वर्ष के पार है उन्हें पार्टी टिकट नहीं दे रही है, जिसमें लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई नेता शामिल हैं। हालांकि आडवाणी की तरफ से इसको लेकर कोई बयान नहीं आया है।
खुद पत्र लिखकर दी जानकारी
भाजपा सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कानपुर के मतदाताओं के नाम अपने एक संदेश में कहा है कि इस बार उन्हें कानपुर या किसी भी सीट से प्रत्याशी नहीं बनाया जाएगा। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल ने उन्हें आज ही यह जानकारी दी है। जोशी ने गंगा मेले में आने का अपना कार्यक्रम भी निरस्त कर दिया है। पहले प्रोटोकाल के तहत सूचना आई थी कि वह 25 को कानपुर पहुंच जाएंगे। जोशी का लिखित संदेश आने के बाद से पार्टी में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
दिल्ली कार्यालय से हुआ जारी
बता दें डॉ. जोशी के पत्र पर उनके हस्ताक्षर नहीं है लेकिन बीजेपी जिला अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने इस पत्र की पुष्टि करते हुए बताया कि ये पत्र जोशी जी के दिल्ली कार्यालय से जारी किया गया है। कहा जा रहा है कि एक दो दिन में नए प्रत्याशी की घोषणा हो जाएगी। सांसद जोशी कानपुर से पहली बार 2014 में लोकसभा प्रत्याशी बनाए गए थे। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल को शिकस्त दी थी। इस बार कांग्रेस ने फिर से श्रीप्रकाश को अपना प्रत्याशी बनाया है लेकिन जोशी उनके सामने नहीं होंगे। दरअसल पार्टी के जिन दिग्गज नेताओं की उम्र 75 वर्ष के पार है उन्हें पार्टी टिकट नहीं दे रही है, जिसमे लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई नेता शामिल हैं।
75 पार मंत्रियों की हुई थी छुट्टी
बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने कई ऐसे नेताओं को मंत्री बनाया था जिनकी उम्र 75 वर्ष के करीब थी, जिसमे नजमा हेपतुल्ला और कलराज मिश्र भी शामिल थे। दोनों को ही 75 वर्ष की उम्र पूरी होने के बाद मंत्रालय से छुट्टी कर दी गई थी। पार्टी ने इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उन उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने का फैसला लिया है जिनकी उम्र 75 वर्ष से अधिक है। लेकिन आडवाणी और जोशी चाहते हैं कि खुद पार्टी अध्यक्ष इस बात की जानकारी दें।