यूपी: कई संगीन मामलों के आरोपी को भाजपा ने दिया अहम पद, सपा ने साधा निशाना
कानपुर। यूपी के कानपुर में भाजपा अपराधियों और बाहुबलियों के दम पर साल 2019 का चुनावी फाइनल खेलने की तैयारी कर रही है। भाजपा ने अपने सहयोगी प्रकोष्ठ किसान मोर्चा के एक ऐसे शख्स को मंडल उपाध्यक्ष बनाया है, जिसपर कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। भाजपा ने साल 2017 चुनावों में सपा के गुंडाराज को निशाना बनाया था, जिस कारण प्रदेश में भाजपा सरकार बना पाने में सफल हुई थी। बावजूद इसके अब भाजपा में भी सत्ता और अपराध का गठजोड़ देखने को मिल रहा है।
आशिक अली कई बार जा चुके हैं जेल
भाजपा के सहयोगी प्रकोष्ठ किसान मोर्चा में नजीराबाद निवासी आशिक अली को मंडल उपाध्यक्ष बनाया गया है। आशिक अली को पुलिस कई बार जेल भेज चुकी है। राजनीति के जानकारों की मानें तो भाजपा ने ही साम्प्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश की राजनीति में अपराधी छवि वालों को मंत्री बनाने की शुरुआत की थी। वर्ष 1996-97 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने 12 दागी विधायकों को मंत्री पद की सौगात दी। वर्ष 2000 में भाजपा जब फिर सत्ता में आई तो पार्टी के लगभग 70 विधायकों और 18 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज थे।
सिर्फ वोट और सपोर्ट के आधार पर मिल रही भाजपा में एंट्री
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के हवाले से खबर है कि भाजपा प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों के लिए प्रभावशाली लोगों की तलाश कर रही है। जो प्रत्याशी को वोट और सपोर्ट दिलवाने का काम कर सकें। पार्टी को व्यक्ति के आपराधिक रिकॉर्ड से कोई लेना देना नहीं है। पार्टी में शामिल होने की एकमात्र योग्यता वोट और जीत दिलाना है। वहीं भाजपा में बाहुबलियों और अपराधियों की बढ़त पर जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी ने सफाई देते हुए कहा कि भाजपा एक स्वच्छ छवि वाली पार्टी है। पार्टी में अपराधी नहीं रहेंगे, दो दिन के अंदर उन्हें हटा दिया जाएगा।
सपा के विधायक ने भाजपा पर साधा निशाना
सपा के पूर्व विधायक सतीश निगम ने इस मामले में कहा भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ही गड़बड़ है। जिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्रियों पर तमाम आपराधिक मामले दर्ज हों तो वहां आशिक अली जैसे अपराधी को पद देना कोई बड़ी बात नहीं है। राजनीति में अपराधियों की एंट्री लोकतंत्र के लिए बेहद घातक है। उन्होंने जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी को स्वच्छ छवि का नेता बताते हुए कहा कि आए दिन फर्जी मुठभेड़ हो रही है। पुलिस का अपराधियों पर कोई खौफ देखने को नहीं मिल रहा। लगातार लूट, चोरी, मर्डर जैसे घटनाएं बढ़ रही हैं।