बिकरू शूटआउट: विकास दुबे के फरार साथी विपुल दुबे को पुलिस ने पकड़ा, 50 हजार रूपए का था इनामी
Kanpur News, कानपुर। खबर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर जिले (Kanpur) से है, यहां कानपुर शूटआउट केस (Kanpur Shootout Case) में छह महीने से फरार चल रहे विकास दुबे (Vikas Dubey) के साथी और 50 हजार के इनामी बदमाश विपुल दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कानपुर पुलिस ने विपुल दुबे को घाटमपुर के सजेती से गिरफ्तार कर लिया है। वह घटना के बाद से ही फरार था और उसकी गिरफ्तारी पर आईजी ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था। फिलहाल पुलिस विपुल से पूछताछ कर रही हैं। बता दें कि विपुल के पिता अतुल दुबे और चचेरा भाई अमर दुबे पहले ही एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।

सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में था शामिल
दो-तीन जुलाई, 2020 की रात को कानपुर देहात के बिकरू गांव में कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मयों की हत्या कर दी थी। हालांकि, पुलिस ने विकास दुबे के साथियों को मुठभेड़ के बाद मार गिराया था। तो वहीं, 10 जुलाई को विकास दुबे को कानपुर ले जाते समय एसटीएफ के काफिल की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें विकास दुबे को भी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। घटना के बाद से ही विपुल दुबे फरार था। पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रहीं थी लेकिन कुछ पता नहीं चल पा रहा था।
विपुल को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगातार दे रही थी दबिश
बता दें, विपुल दुबे को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रहीं थी। लेकिन उसका का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। देर रात सजेती पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उसे धरदबोचा है। उसके पास से एक तमंचा और दो कारतूस के साथ बरामद किया गया है। घटना के बाद से अब तक पुलिस ने 42 लोगों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल कर दी थी। विपुल पर घटना की साजिश और विकास दुबे के साथ अपराध में शामिल होने का आरोप है। सीओ घाटमपुर रवि कुमार सिंह ने बताया कि बिकरू कांड के एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा था
पुलिस ने विपुल को सजेती से गिरफ्तार करने का दावा किया। उसके पास तमंचा कारतूस के अलावा कोई बरामदगी की बात सामने नहीं आई है। पूछताछ में पता चला कि उसने मोबाइल का इस्तेमाल ही बंद कर दिया था। मोबाइल का इस्तेमाल बंद कर देने से सर्विलांस पर भी उसकी लोकेशन नहीं पकड़ में आ रही थी। इस नाते उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका।