बिकरू गांव के ग्रामीण ने कहा- विकास दुबे ने छीनी थी बाप-दादाओं की जमीन, पहले बोलते तो मारे जाते
कानपुर। दुर्दांत अपराधी और पांच लाख रुपए के इनामी बदमाश विकास दुबे के मारे जाने के बाद बिकरू गांव में रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की तैनाती गई है। इस दौरान बिकरू गांव के ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि विकास दुबे ने 70-80 साल पुरानी उनके बाप-दादाओं की जमीन पर कब्जा कर लिया था। विकास दुबे के मारे जाने के बाद अब उसका डर लोग के दिलों में कम हुआ है, इसलिए वो अब पुलिस को इस बारे में बताए पाए। ग्रामीणों ने कहा कि अगर यह बात पहले कहते तो मारे जाते।
विकास दुबे उज्जैन में हुआ था गिरफ्तार
दरअसल, 2 जुलाई की रात बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी। इस घटना का मुख्य आरोपी दुर्दांत अपराधी और पांच लाख रुपए के इनामी बदमाश विकास दुबे को यूपी एसटीएफ समेत पुलिस की 100 टीमें पूरे प्रदेश में तलाश करती रह गई। लेकिन विकस दुबे मध्य प्रदेश पहुंच गया और 9 जुलाई की सुबह उज्जैन जिले के महाकाल मंदिर परिसर में पहुंच गया। परिसर में पहुंचकर चिल्लाने लगा कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला...।
पलट गई थी यूपी एसटीएफ की गाड़ी
इस दौरान स्थीन मीडिया भी पहुंच गई। बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने बकायदा सरेंडर की सूचना स्थानीय मीडिया और पुलिस को दी थी। हलांकि कलक्टर का दावा है कि सुरक्षाकर्मियों ने उसे पहचान लिया जिसके बाद वो पकड़ा गया। मध्य प्रदेश से शाम 7 बजे के बाद यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को लेकर कानपुर रवाना हुई थी। शुक्रवार सुबह एसटीएफ की टीम दुर्दांत अपराधी और पांच लाख रुपए के इनामी बदमाश विकास दुबे को कानपुर पहुंची। इस दौरान कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर पुलिस की गाड़ी अचानक पलट गई।
मुठभेड़ में ढ़ेर हुआ था विकास दुबे
गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने पुलिसकर्मियों से हथियार छीने लिए और भागने का प्रयास करने लगा। इस दौरान पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में विकास दुबे घायल हो गया। उसकी कमर और सीने में गोलियां लगी थी। गंभीर रूप से घायल होने के बाद एसटीएफ ने उसे हैल्ट अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
Recommended Video
विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद गांव में बटीं मिठाइयां
कानपुर के बिकरू गांव में लोगों ने विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद मिठाइयां बांटीं। स्थानीय लोगों ने कहा, 'यह पूरा क्षेत्र बहुत खुश है। ऐसा लगता है कि आखिरकार हम आजाद हो गए हैं। यह आतंक के एक युग का खात्मा है। हर शख्स आज बहुत खुश है।' वहीं, गुस्साए लोगों ने विकास और उसकी पत्नी ऋचा दुबे के नाम के लगे शिलान्यास तोड़ने शुरू कर दिए। एक युवक ने विकास को गाली देते हुए कहा, मर गया...खत्म हो जाए दुबे परिवार, बहुत तंग किया था उसने।