अमर दुबे को STF ने हमीरपुर में किया ढेर, दादी ने कहा- 29 जून को हुई थी शादी, विकास ने बर्बाद...
कानपुर। बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मियो की हत्या के मामले ढाई लाख रुपए का इनामी विकास दुबे अभी फरार है। पिछले 6 दिनों से विकास दुबे की तलाश कर रही यूपी पुलिस का उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बुधवार को बड़ा एक्शन देखने को मिला है। दरअसल, हमीरपुर जिले के मौदाहा में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने विकास दुबे के दाहिना हाथ माने जाने वाले अमर दुबे को मार गिराया है। अमर को विकास दुबे गैंग का शातिर बदमाश माना जाता है।
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विकास दुबे ने बर्बाद कर दिया परिवार
विकास दुबे का करीबी और 25 हजार रुपए का इनामी बदमाश अमर दुबे 08 जुलाई की सुबह हमीरपुर जिले में हुई यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढ़ेर हो गया। अमर के मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना के बाद परिवार में सन्नाटा पसर गया है। बता दें कि अमर दुबे की शादी 29 जून 2020 को ही हुई थी। नई नवेली दुल्हन के हाथों की मेहंदी भी नहीं उतरी और मांग का सिंदूर मिट गया। उधर, दादी का रो-रो कर बुरा हाल है। अमर दुबे की दादी सर्वेश्वरी दुबे ने कहा कि विकास दुबे ने उनके परिवार को बर्बाद कर दिया। दादी ने कहा कि अमर दुबे और अतुल दुबे उससे अलग रहते थे। उन्होंने कहा कि वैसे तो अमर दुबे और उसका भाई अतुल दुबे उन्हें कुछ बताते नहीं थे, लेकिन घर के लाल की मौत पर दुख तो हैं ही।
विकास दुबे का दाहिना हाथ था अमर दुबे
कानपुर देहात के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात हुए शूटआउट के मामले में पुलिस को अमर दुबे की तालश थी। यूपी पुलिस ने जिन अपराधियों की तस्वीरें जारी की थी, उसमें अमर दुबे का नाम सबसे ऊपर था। पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था। बताया जा रहा है कि वह विकास दुबे का दाहिना हाथ और पर्सनल बॉडी गार्ड भी था। वो हमेशा असलहे से लैस रहता था। पुलिस को अमर के विकास दुबे के साथ ही भागने की जानकारी तब हुई जब पुलिस को उसकी फोर्ड कार औरैया-दिबियापुर हाइवे पर मिली थी। कार के अंदर मिले दस्तावेजों से अमर के लखनऊ स्थित घर का पता चला था।
रिश्तेदार के घर छिपने जा रहा था अमर दुबे
हमीरपुर के एसपी श्लोक कुमार ने मीडिया को बताया कि अमर दुबे के मौदहा में अपने करीबी रिश्तेदार के घर छिपने जा रहा था। इससे पहले वो फरीदाबाद में छिपा था, लेकिन यूपी एसटीएफ के दबाव में वहां से भागकर मौदहा पहुंचा था। ऐसे में उसका पीछा कर रही एसटीएफ ने जब उसे घेर लिया तो उसने तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में अमर दुबे मारा गया। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर मौदहा मनोज शुक्ला और एक एसटीएफ का सिपाही भी गोली लगने से घायल हुए हैं।