लोहे की रॉड से पीटकर पति ने की पत्नी और बेटे की हत्या, फिर ट्रक के आगे कूदकर दी जान
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में एक युवक ने अपनी पत्नी की लोहे की रॉड से पीट-पीट कर हत्या दी। इस दौरान उसने अपने दोनों मासूम बच्चों को भी लोहे की रॉड से जमकर पीटा। बाद में उसने खुद भी हाइवे पर जाकर वाहन के सामने कूद कर जान दे दी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों मासूम बच्चो को कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने तीनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
मानसिक
स्थिति
ठीक
नहीं
होने
की
वजह
से
छोड़
दी
थी
नौकरी
घटना
कानपुर
देहात
के
भोगनीपुर
थाना
क्षेत्र
के
पुखरायां
इलाके
की
है।
यहां
वार्ड
11
में
दीपक
उर्फ
दीपू
यादव
(35)
अपनी
पत्नी
रश्मी
और
दो
पुत्र
मयंक
और
हनी
के
साथ
रहते
थे।
बीएसएफ
से
रिटायर्ड
इंस्पेक्टर
पिता
ने
बताया
कि
दीपक
2010
में
मर्चेंट
नेवी
में
नौकरी
पर
गया
था।
वहां
मानसिक
रूप
से
बीमार
होने
के
कारण
2012
में
नौकरी
छोड़
कर
चला
आया
था।
तब
से
पुखरायां
में
ही
निजी
मकान
में
सपरिवार
रह
रहा
था।
शनिवार
की
देर
रात
दीपक
ने
लोहे
की
रॉड
से
बेड
पर
सो
रही
पत्नी
के
सिर
पर
हमला
कर
दिया।
रश्मी
की
मौके
पर
ही
मौत
हो
गई।
हत्या
करने
के
बाद
जब
दीपक
देर
रात
कमरे
से
नीचे
आया
तो
उसकी
मां
सुमन
की
नींद
खुल
गई।
सुमन
ने
दीपक
से
पूछा
कि
कहा
जा
रहे
हो।
उसने
कोई
जवाब
नहीं
दिया
और
गेट
खोलकर
भाग
गया।
कमरे में तड़प रहे थे दोनों मासूम
सुमन ने पति रामबिहारी को जगाया और बताया कि दीपक फिर से जान देने के भाग गया है। रामबिहारी भी दीपक को पकड़ने के लिए पीछे गए। इसी दौरान दीपक हाईवे पर गया और ट्रक के आगे कूद कर जान दे दी। इधर जब सुमन बहु के कमरे में गई तो उन्होने देखा कि बेड पर रश्मी का शव पड़ा हुआ था। दोनो मासूम बच्चे दर्द से तड़प रहे थे। पुलिस ने दोनों बच्चों को कानपुर के देहात जिला अस्पताल लेकर पहुंची। बच्चो की हालत देखकर डॉक्टरों ने बच्चों को कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। दोनों बच्चों को आईसीयू में रखा गया है। भोगनीपुर थानाध्यक्ष के मुताबिक दीपक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती थी। उसने पत्नी के सिर पर भारी वस्तु से हमला किया था। जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई है। इस घटना में दो बच्चे भी घायल हो गए हैं। बताया कि एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरे का इलाज चल रहा है। इसके बाद दीपक ने भी आत्महत्या कर ली।