MRI के दौरान हुई 8 साल की बच्ची की मौत, परिजनों ने लगाया इंजेक्शन के ओवरडोज का आरोप
कानपुर। कानपुर जिले के लाला लाजपत राय अस्पताल में एक आठ साल की लड़की की मौत हो गई। लड़की अस्पताल में एमआरआई कराने के लिए आई थी। बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाये है। उन्होंने कहा कि एमआरआई के दौरान इंजेक्शन के ओवरडोज देने की वजह ऐसा हुआ है। फिलहाल इस मामले में एलएलआर अस्पताल के चीफ मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. आर के मौर्य ने एमआरआई सेंटर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना लाला लाजपत राय अस्पताल के निजी रूप से चलाए जा रहे एमआरआई सेंटर में हुई है। परिजनों की मानें तो बच्ची का एलएलआर अस्पताल के पीडियाट्रिक विंग में कार्डियोप्लेजिया का इलाज चल रहा था। जिसमें धड़ से नीचे के अंग ठीक से काम नहीं कर रहे थे। डॉक्टर ने उसका एमआरआई स्कैन कराने के लिए कहा था। इसके लिए उसे अस्पताल में ही निजी रूप से चलाए जा रहे लाइफलाइन सेंटर ले जाया गया था। सेंटर में कहा गया कि बच्ची को समस्या हो सकती है इसलिए इसे स्कैन होने तक बेहोश रखा जाएगा।
परिजनों का आरोप है कि तीन घंटे बाद बताया गया कि बच्ची की मौत हो चुकी है। परिजन जब बच्ची को अस्पताल लेकर गए तो वहां भी डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची के परिजनों ने जब लाइफलाइन सेंटर फिर पहुंचे और हंगामा करने लगे। परिजनों का आरोप है कि सेंटर स्टाफ ने उन्हें बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने और उसकी आंखें निकालने की बात कहकर डराया और धमकाया। वहीं, सेंटर की इंचार्ज पूनम पांडे ने इसपर कहा कि बच्ची की मौत ओवरडोज की वजह से नहीं हुई। बल्कि जब वो यहां लाई गई थी तो उसकी हालत काफी खराब थी।