राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन में शुरू होगा ई-कोर्ट, फरवरी तक पेपरलेस हो जाएगा हाईकोर्ट
जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन में सोमवार से सुनवाई शुरू प्रक्रिया हुई। इस मौके पर राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महांति ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट का नया भवन फरवरी 2020 तक पेपरलेस हो जाएगा। इसके साथ ही जनवरी 2020 तक ई-कोर्ट शुरू कर दिए जाएंगे। जिसमें लिटिगेंट्स को फैसलों की सत्यापित कॉपी हिंदी भाषा में उपलब्ध होगी।
सीजे ने कहा कि राष्ट्रपति महोदय ने हाईकोर्ट के उद्घाटन के दौरान सुझाव दिया था कि सुप्रीम कोर्ट की तर्ज पर राजस्थान हाईकोर्ट को भी ई-कोर्ट बनाया जाए और पेपरलेस काम की ओर कदम बढ़ाया जाए। जिस पर हाईकोर्ट प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है। वर्ष 2020 के जनवरी माह तक ई-कोर्ट शुरू कर दिए जाएंगे। साथ ही फरवरी तक पेपरलेस कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सीजे ने कहा कि इससे समय और धन की बचत होगी। वहींं, पेपरलेस होने से प्रकृति संरक्षण में भी योगदान दे पाएंगे।
बता दें कि राजस्थान की न्यायिक राजधानी जोधपुर में झालामंड पाली बाईपास पर बने नवनिर्मित राजस्थान हाईकोर्ट भवन का शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उद्घाटन किया। जोधपुर स्थित राजस्थान हाईकोर्ट का नया भवन देश के सबसे आधुनिकतम और भव्य न्याय का मंदिर है। राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन में जोधपुर का छितर का पत्थर काम में लिया गया है। जोधपुर हाईकोर्ट की यह नई इमारत बेहतरीन कारीगरी का नमूना है।
राजस्थान हाईकोर्ट भवन 167 बीघा जमीन पर 330 करोड़ रुपए की लागत से बना है। इस इमारत में 14 लिफ्ट लगाई हैं। इसमें 1659 पिलर हैं। इमारत के मध्य भाग में एक डोम (गुम्बंद) बना है। इसका एरिया वृत्ताकार है। इसे 36 मीटर क्षेत्र में बनाया गया है। भवन में 24 जजों के बैठने के लिए अलग-अलग कोर्ट बनाए गए हैं। यहां 21 नार्मल कोर्ट बनाए गए हैं। 1 सीजीए कोर्ट है। वहीं 2 लोक अदालतें इसमें शामिल हैं। इमारत में भव्य लाइब्रेरी बनाई गई है।